बांदा जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर मतलब (पार्क) बनाने के लिए जिले के जमालपुर और मुहाखर गांव के किसानों को अपनी उपजाऊ जमीन देने को राजी ना होने के बावजूद भी जमीन देकर भुमि हीन होना पड़ रहा हैं।
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जमालपुर गांव के किसानों का कहना है कि खेती के अलावा जीवन यापन का कोई दूसरा जरिया नहीं है। पहले बुंदलेखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में उनके गांव के बहुत से किसानों कि जमीन ली जा चुकी है। अब औद्योगिक कारीडोर के लिए फिर जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है। इसलिए अब वह भूमिहीन हो रहे है।
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