नमस्कार दोस्तों!! द कविता शो के इस एपिसोड में आपका स्वागत है। दोस्तों केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2022 को 2022-23 का आम बजट पेश किया है। मैने इस बजट के बारे में पढ़ा और अन्य मीडिया की रिपोर्ट भी देखी। फिर से इस से इस साल का बजट सिर्फ निराश ही करने वाला है। इस साल के आम बजट में गरीबो मजदूरों और किसानों को ध्यान में रख कर बजट नहीं बनाया गया है। देश की जनता इस बजट से खुश नहीं है। अलग-अलग जगहों में लोग आन्दोलन करने के लिए सड़क पर उतर चुकें है। आम जनता की राय जानने के लिए हमने अपने दर्शकों की राय जानी की ये बजट उनके हित में है या नहीं, तो सबसे पहले मैं आपको कुछ लोगों से रूबरू कराती हूँ।
जिन्दगी से जुड़ी हुई मूलभूत सुविधाएं सस्ती होनी चाहिए। सबसे पहले तो भूख है, तो खाने-पीने का सामान सस्ता होना चाहिए लेकिन ऐसा हमारी सरकार ने नहीं किया है। खाने-पीने के सामान को महंगा किया गया है और ऐसी चीज़ें सस्ती की गई हैं जिससे गरीब जनता को कोइ फायदा नहीं है। सस्ते और महंगे सामान की एक लम्बी लिस्ट पेश की गई है लेकिन कुछ चीज़ों पर मैं उदाहरण के साथ चर्चा करना चाहती हूँ।
सरकार ने चमड़े के जूते और कपड़े सस्ते किये हैं। मैं वित्त मंत्री से पूछना चाहती हूँ क्या कभी उन्होंने इसका आंकलन लगाया है कि कितने प्रतिशत गरीब मजदूर हैं जो चमड़े के जूते पहनते हैं? और कितने प्रतिशत गरीब मजदूर हैं जो नये कपड़े पहनते हैं? किसी को इतनी फुर्सत नहीं की चमड़े के जूते पहनकर बैठेगा। बहुत सारे गरीब हैं जिनकी जिन्दगी सेकेण्ड हैंड कपड़े में गुज़रती है। पूरी ठंड गुज़रने वाली हैं। गरीब और मजदूर गुदरी के कपड़े मतलब सेकेण्ड हैंड के कपड़े पहनते हैं। मेरे बाँदा में ही मंगल बाजार लगता है जहां पर देखोगे कि बाकी दिन के बजाय मंगलवार को बाज़ार में ज़्यादा भीड़ देखने को मिलेगी।
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वहां मंगलवार को सिर्फ और सिर्फ सेकेण्ड हैंड कपड़े ही बिकते हैं तो गरीबों के हित में पहले काम होना चाहिए। कम्पनियों के बारे में आप पहले फायदा-नुकसान सोच रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी लागू हो गई है अब। आप ही बताईये कितने गरीब है जो क्रिप्टो करेंसी यूज करेगें। कितनो को पता ही नहीं होगा की है क्या बला है। जिन ग्रामीणों के पास भूख मिटाने का चारा नहीं है उनको ऑनलाइन पेमेंट से क्या करना है। उनके लिए तो अच्छा खासा पैसा चाहिए न। तब आप खूब ऑनलाइन खरीददारी करो और पेमेंट करो। जानकारी के लिए बता दूँ कि क्रिप्टो करेंसी क्रेसी होता क्या है। क्रिप्टो करेंसी वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। बिल्कुल भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान। अंतर सिर्फ इतना है कि यह दिखाई नहीं देती, न ही आप इसे छू सकते हैं इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन माध्यम से ही होता है।
और भयी इलेक्ट्रॉनिक सामान सस्ते होंगे जैसे मोबाईल, चार्जर, कैमरा अब ये बताईये चलो फोन-वोन सस्ता कर दिया, ठीक है लेकिन डेटा क्यों महंगा है। इसकी चर्चा मैंने पिछले शो भी की थी। डेटा भी सस्ता हो तो थोड़ी बहुत राहत मिले लेकिन इससे भी गरीबो को कोई फायदा नहीं है। किसानों की उपयोगी सारी चीजे मंहगी है क्यों? जो देश के लिए पेट भरे उसी के पेट में लात क्यों मरती है सरकार?
तो दोस्तों आपको क्या लगता है इस मुद्दे पर? क्या आपके पास भी कुछ सवाल है? आप मुझे ज़रूर से बताएं। अगर मेरे शो की चर्चा आपको पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ ज़रूर से शेयर करिये और हाँ ये शो आपको कैसे लगा अपनी राय कमेन्ट और सुझाव ज़रूर से भेजना। इस बार के शो में इतना ही। अगले एपिशोड में फिर मिलूंगी कुछ करारी बातों के साथ, तब तक के लिए दीजिये इज़ाज़त नमस्कार!!
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