खबर लहरिया Blog जनसंख्या के मामले में भारत ने चीन को छोड़ा पीछे, 142.86 करोड़ हुई जनसंख्या – यूएन रिपोर्ट

जनसंख्या के मामले में भारत ने चीन को छोड़ा पीछे, 142.86 करोड़ हुई जनसंख्या – यूएन रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या अधिकारियों ने कहा कि भारत और चीन के आंकड़ों के बारे में अनिश्चितता/ संदेह की वजह से एक तारीख तय करना संभव नहीं था, क्योंकि भारत की आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी और अगली जनगणना 2021 में होने वाली थी, जिसमें कोविड-19 की वजह से देरी हो गयी।

                                 यूएन के डाटा के अनुसार, मध्य 2023 तक विश्व की जनसंख्या 8.045 बिलियन छू सकती है। ( फोटो – लोगों की भीड़, फोटो साभार – getty images )

भारत विश्व का सबसे आबादी वाला देश बन गया है। यूनाइटेड नेशन्स डाटा के अनुसार, चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत 142.86 करोड़ लोगों के साथ विश्व में सबसे ज़्यादा जनसंख्या वाला देश बन गया है। यूएन वर्ल्ड पॉपुलेशन डैशबोर्ड के अनुसार, चीन की जनसंख्या 142.57 करोड़ है।

प्यू रिसर्च सेंटर (Pew Research Centre) के अनुसार, 1950 के बाद से भारत की जनसंख्या में एक अरब (one billion) से अधिक लोगों की वृद्धि हुई है, जिस वर्ष संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या डाटा एकत्र करना शुरू किया था।

Reuters की रिपोर्ट में बताया गया कि जनसंख्या विशेषज्ञों ने संयुक्त राष्ट्र के पिछले आंकड़ों का इस्तेमाल करते हुए अनुमान लगाया कि भारत की जनसंख्या इस महीने चीन से ज़्यादा हो जाएगी, लेकिन ग्लोबल बॉडी की नई रिपोर्ट में कोई तारीख स्पष्ट तौर पर नहीं दी गयी है।

संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या अधिकारियों ने कहा कि भारत और चीन के आंकड़ों के बारे में अनिश्चितता/ संदेह की वजह से एक तारीख तय करना संभव नहीं था, क्योंकि भारत की आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी और अगली जनगणना 2021 में होने वाली थी, जिसमें कोविड-19 की वजह से देरी हो गयी।

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वैश्विक जनसंख्या

यूएन के डाटा के अनुसार, मध्य 2023 तक विश्व की जनसंख्या 8.045 बिलियन छू सकती है।

इसके साथ ही अफ्रीका में भी जनसंख्या बढ़ोतरी की प्रवृति देखी जा सकती है। यह अनुमान लगाया गया है कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप साल 2100 तक अपनी जनसंख्या में 1.4 से 3.9 बिलियन निवासियों की वृद्धि देखेगा।

रिपोर्ट्स कहती हैं कि 10 मिलियन से अधिक निवासियों वाले आठ देशों, जिनमें से अधिकांश यूरोप में हैं, ने पिछले एक दशक में अपनी आबादी को कम होते हुए देखा है।

लाइव मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र ने यह अनुमान लगाया है कि पूरे ग्रह की जनसंख्या सिर्फ 2090 के दशक में कम होने की उम्मीद है लेकिन 10.4 बिलियन के चरम पर पहुंचने के बाद।

जनसंख्या वृद्धि पर भारत कर रहा काम

वॉलन्टरी ग्रुप पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (voluntary group Population Foundation of India) की एक अधिकारी, पूनम मुटरेजा ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि से निपटने के लिए भारत ने कई चीजें सही की हैं।

उन्होंने अपने एक बयान में कहा, “साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि लड़कियों और महिलाओं को कम उम्र में शादी और गर्भधारण के लिए न धकेला जाए, जो उनकी आकांक्षाओं को सीमित करता है।”

बता दें, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2011 के बाद से भारत की वार्षिक जनसंख्या वृद्धि औसतन 1.2% रही है, जो पिछले दशक में 1.7% थी।

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