खबर लहरिया Blog यूपी में बढ़ते तापमान से बढ़ रही पानी और लोगों की समस्या

यूपी में बढ़ते तापमान से बढ़ रही पानी और लोगों की समस्या

बढ़ते तापमान में लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कुछ गांव में पानी को पंहुचा दिया गया है और घरों में टोटी भी लगवा दी गई है। पाइप लाइन भी बिछा दिए गए हैं पर ये सब नाम के लिए हैं क्योंकि जिस नल को सरकार लगा कर गई है उसमें पानी आता ही नहीं है।

                                                                     महोबा के अधिशाषी अभियन्ता के कार्यालय के बाहर की तस्वीर ( फोटो – खबर लहरिया)

रिपोर्ट – श्यामकली और शिवदेवी

भारतीय मौसम विभाग ने इस साल बढ़ती गर्मी को लेकर सूचना जारी की है कि इस बार गर्म हवाएं चलेगी और तापमान लगभग 50 तक जाने की संभावना है। ऐसे में तपती देह को सुकून के लिए पानी चाहिए और घर के कामकाज के लिए पानी जरुरी है। मई के महीने के अंतिम दिनों में नौतपा शुरू हो जाता है नौतपा माने भीष्ण गर्मी के साथ गर्म हवाओं का चलना जो की लोगों के स्वास्थ पर असर करता है जिससे उन्हें चक्कर, उलटी, दस्त लग जाते हैं। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गर्मी की मार लोग सह रहे हैं। पिछले सप्ताह की बात करें तो गर्मी का तापमान 40, 42 से अब 46, 47 डिग्री तक पहुँच गया है। यूपी के बाँदा और महोबा में हालत खराब इसलिए है क्योंकि वहां तापमान के साथ पानी को लेकर लोग परेशान है।

उत्तर प्रदेश के जिला महोबा के गांव में गर्मी से लोग परेशान हैं। उन्हें पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कुछ गांव में पानी को पंहुचा दिया गया है और घरों में टोटी (नल) भी लगवा दी गई है। पाइप लाइन बिछा दिए गए हैं पर ये सब नाम के लिए हैं क्योंकि जिस नल को सरकार लगा कर गई है उसमें पानी आता ही नहीं है। महोबा जिला में पहाड़ी नाम का एक गांव हैं जहां पानी की समस्या है। लोगों का कहना है कि पहाड़ अधिक तपता है तो गर्मी भी बढ़ जाती है पहाड़ों से जो भी पानी आता था वह भी सूख जाता है।

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महोबा जिले का तिन्दूही गांव

महोबा जिले के तिन्दुही गांव में 1002 वोटर हैं। डेढ़ साल पहले यहां पानी की सप्लाई शुरू हुई थी और पानी के कनेक्शन भी हर घर हो गए थे फिर भी पानी नहीं मिल रहा है। यहां लगभग 300 कनेक्शन है और 24 हैंड पंप है। एक तालाब में पानी बचा है। गांव में सात कुँए हैं। कुँए से पानी नहीं निकाल सकते क्योंकि कुँए का पानी खराब हो गया है।

रानी, तुलसा और नेता ने बताया कि “पानी कनेक्शन है लेकिन पानी नहीं आता तो हम बिल क्यों भरे? नाम के लिए घरों में टोटी/नल लगा दी गई है बस। हैंडपंप भी सूखे पड़े हैं एक घंटा पहले उन्हें पानी पिलाओ फिर चलाकर पानी खींचते हैं जब भी पानी निकलता है।”

                                                                                                    महोबा जिले के तिन्दुही गांव के लोगों की तस्वीर ( फोटो – खबर लहरिया )

बढ़ते तापमान का असर

बढ़ते तापमान के कारण लोगों के स्वास्थ पर भी असर पड़ता है। जितना तापमान अधिक होगा शरीर को पानी की ज्यादा से ज्यादा से आवश्यकता होती है। लोगों का कहना है पानी न आने की वजह से दूर से पानी लाना पड़ता है। इतनी तपती धूप में चेहरे को भी ढक कर पानी लेने जाना पड़ता है। ऐसे में शरीर में कमजोरी महसूस होती है और चक्कर भी आने लगते हैं।

                                                                                                           हैंडपंप से पानी भरते हुए लोगों की तस्वीर ( फोटो – खबर लहरिया )

प्रधान ने कहा- किया है काम 

जैतपुर ब्लॉक के अंतर्गत भटेवरा खुर्द के प्रधान नरेंद्र बताते हैं कि “गांव में 30 हैंड पंप लगे हैं। जो भी बिगड़ते हैं उन्हें तुरंत बनवा दिया जाता है। लगभग 7 दिन से अपने ग्राम पंचायत में एक टैंकर की व्यवस्था करवा दी है। टैंकर पूरे दिन में तीन-चार गांव के सार्वजनिक जगह में लगाते हैं ताकि लोगों को पानी की दिक्कत ना पड़े।”

प्रधान से पूछताछ हो तो अपने बचाव में तो अधिकतर प्रधान यही कहते हैं कि हमने तो समय से सब सुविधा दी है। अगर सच में दी होती तो जनता क्यों ऐसे परेशान रहती।

डॉक्टर से तापमान को लेकर बातचीत

महोबा जिला के डॉक्टर पी. के. अग्रवाल का कहना है कि “10:00 बजे तक जिसको जहां जाना है बाहर काम करने के लिए वह घर से बाहर जा सकता है।  काम नहीं है तो घर में रहे क्योंकि बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ रही है। हल्के सूती के कपड़े पहने यानी ज्यादातर सफेद ही पहने। सूती कपड़े से मुँह ढकें। घर से बाहर निकले तो छाता का सहारा लें। दिन में 5 लीटर से अधिक पानी का सेवन करें।

इसी तरह की समस्या से परेशान है उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले के ग्राम पंचायत पदारथपुर  और भावनीपुर के लोग। यहां के लोगों का कहना है 2022 पेयजल योजना के तहत  गांव – गांव पाइप लाइन बिछाई जिसमें सरकार द्वारा हर गांव में पेयजल योजना के तहत पानी पहुंचाने का वादा था जिसमें सरकार द्वारा हर ग्राम पंचायतों में पेयजल की सुविधाएं पहुंचाने का काम कराया है।

                                                                                            पाइपलाइन टूटे होने की वजह से सड़क पर इकट्ठे हुए गंदे पानी की तस्वीर ( फोटो – खबर लहरिया)

पाइप लाइन लीक होने से सड़क पर पानी 

गोरेलाल द्विवेदी का कहना है कि सरकार की इस योजना का लाभ 3 साल बीत जाने के बाद नहीं मिल पा रहा है। सरकार की योजना का लाभ लोग तक नहीं पहुंच पा रहा है। इतनी गर्मी में पानी की बहुत जरूरत है। कहीं कहीं पानी आ भी रहा है तो पाइप लाइन लीक है जिससे पानी जहां-तहां से बह रहा है। जो पानी लोगों के पीने के काम आना चाहिए वो पानी ऐसे बर्बाद हो रहा है। कोई इसे ठीक भी नहीं करता है।

जब जरूरत तब पानी नहीं

आरती का कहना है कि पानी की अभी जरूरत है तो पानी नहीं आ रहा है जब पानी का इतना काम नहीं रहेगा तब पानी देंगें ऐसे मदद का क्या फायदा जब देर से मिले। जब भरी नुकसान हो जाए।

मौसम अपने अनुसार बदलता है जिसके लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। मौसम का ये तापमान और कितना बढ़ता है? पानी के बिना जीवन सम्भव नहीं है और ये हर जीव की मूलभूत जरूरत है।

 

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