सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी के तेल संयंत्रों( जहाँ बड़े पैमाने पर तेल का उत्पादन होता है) पर 14 सितंबर को हुए हमले के बाद भारत में तेल के दाम आसमान छू रहे है. बीते एक हफ़्ते से लगातार पेट्रोल, डीज़ल की क़ीमतें बढ़ रही हैं. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल के बढ़ते दाम नई चुनौती की तरह सामने आए हैं
Same prices of crude oil and the difference in petrol prices in UPA regime And NDA regime is 36.10 Rupees. #MehangiPadiModiSarkar pic.twitter.com/MYraMearFi
— Toshina Verma 🙂 (@ToshinaVerma) September 12, 2018
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज (24 सितम्बर) फिर बढ़ोतरी हुई है. बता दे कि सोमवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 29 पैसे और डीजल की कीमत में 19 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. वहीं रविवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 27 पैसे प्रति लीटर और डीजल 21 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ था.
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल के दाम73.91 रुपये,डीजल 66.93 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 79.57 रुपये डीजल 70.22 रुपये , कोलकाता में पट्रोल 76.60 रुपये डीजल 69.35 रुपये और चेन्नई में पेट्रोल 76.83 रुपये डीजल 70.76 प्रति लीटर हो गए हैं.
जिससे आम जनता की कमर टूट गई है. तो वही नेता गण का दोष प्रत्यारोपण भी शुरू हो गया है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने 22 सितम्बर को टवीट कर कहा कि वर्तमान सरकार जनता को ठगने का काम कर रही है. वहीँ भाजपा दल के नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘डीज़ल-पेट्रोल की कीमत का बढ़ना हमारे हाथ से बाहर है क्योंकि तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन को सीमित कर रखा है.
डीजल के दामों में बढ़ोतरी का सच! pic.twitter.com/zwdK27OLq5
— BJP (@BJP4India) September 10, 2018