जिला बांदा के ब्लॉक नरैनी के ग्राम पंचायत दिखीतवारा के लोगों का कहना है कि उनके गाँव में अन्नाजानवरों कीव्यवस्था और किसानों की फसल बचाने के उद्देश्य से पिछले साल गौशाला बनवाई गई थी। और उस गौशाला में जानवरों के खाने-पीने और देखभाल के लिए कुछ लोगों भी काम पर रखा गया था। प्रशासन ने यह भी वादा किया था कि गौशाला के लिए हर महीने पैसे भी आया करेंगे लेकिन जो लोग जानवरों की रखवाली करते थे उनके लिए को पैसे नहीं आये। और गाँव के लोग अभी तक अपनी जेब से ही खर्च करके गौशाला में रह रहे जानवरों को खान-पान की सामग्री दे रहे हैं।
लोगों की मानें तो सचिव और बीडीओ ने घोटाला करके गौशाला का पैसा अपनी जेब में रख लिया है। इसके अलावा लोगों ने बताया कि गौशाला के बगल में एक सामुदायिक शौचालय भी बनवा दिया गया है जिसके गढ्ढे में गिरकर आए दिन अन्ना जानवरों की मौत होती रहती हैं। लोगों का कहना है कि उस शौचालय की या तो ढंग से मरम्मत कराई जानी चाहिए ताकि वो जानवरों को नुकसान न पहुंचा सके या फिर उस शौचालय को वहां से हटा देना चाहिए।
इस मामले में नरैनी बीडीओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि अन्नाजानवरों का गड्ढे में गिरके मरने का मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है लेकिन वो ज़रूर इसपर जांच करेंगे। इसके साथ ही उन्होने बताया कि सामुदायिक शौचालय की अगर मरम्मत कराकर गड्ढों को बंद कराना होगा तो वो ज़रूर करवाएंगे। उन्होंने ये भी बताया कि शासन स्तर से अभी कोई पैसे नहीं आए हैं, ऐसे में कोई भी घोटाला नहीं हो सकता, लेकिन जैसे ही पैसे आते है उन्हें जानवरों के खान-पान की सुरक्षा के लिए लगाया जाएगा।
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