मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की संभावना बनी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, यूपी के 21 जिले बाढ़ से डूबे हुए हैं। जिसकी वजह से लगभग साढ़े चार हजार लोग प्रभावित हुए हैं। कई नदियां उफान पर हैं जिसमें सरयू नदी, केन नदी और यमुना नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है।
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। वाराणसी में गंगा नदी 70.76 मीटर से ऊपर बह रही है। जिससे जिले के कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी आ गया, जिससे कई लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन और बचाव दल लोगों को बचाने में लगे हुए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर का इंतजाम किया गया है। इसके साथ ही लोगों को भोजन और चिकित्सा सहायता भी दी जा रही है। भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
देश में कई दिनों से लगातार वर्षा होने की वजह से कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की संभावना बनी हुई है। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूपी के 21 जिले बाढ़ से डूबे हुए हैं। जिसकी वजह से लगभग साढ़े चार हजार लोग प्रभावित हुए हैं। कई नदियां उफान पर हैं जिसमें सरयू नदी, केन नदी और यमुना नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है तो वहीं वरुणा नदी और गंगा नदी बाढ़ की स्थिति बनाए हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि पूर्वोत्तर छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा के दबाव से आज दक्षिण पूर्व उत्तरप्रदेश में भारी से भी भारी वर्षा की संभावना है।
दैनिक मौसम परिचर्चा (17.09.2024)
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बाढ़ ने ली लोगों की जान
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 17 लोगों की मौत हो गई हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों को 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
ग्रामीण नाव से कर रहे हैं आवाजाही
बाढ़ का पानी निचले इलाकों में घुस जाने से लोगों की समस्या बढ़ गई हैं। कई किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं तो कई लोगों के जानवर भी बाढ़ का शिकार हो गए हैं। ग्रामीणों को अपने जानवरों की भी चिंता सता रही है। ऐसे में जानवरों के लिए चारा भी वे कहाँ से लाएंगे?
सरकार द्वारा किए गए इंतजाम
सरकार लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर नजर बनाए हुए हैं। कई जगह नाव की सहायता से लोगों को पानी से निकालने का काम जारी है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), (एसडीआरएफ राज्य प्रतिक्रिया बल) और पीएसी बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बाढ़ राहत शिविरों में 299 परिवारों के 1601 लोग रह रहे हैं। बाढ़ राहत शिविरों में लोगों के लिए भोजन, फल, दूध, पेयजल समेत सभी जरूरत की चीजें दी जा रही हैं।
यूपी के कुछ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
बदायूं, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार जा पहुंचा है। लखीमपुर खीरी में शारदा, बाराबंकी, अयोध्या और बलिया में सरयू में नदी खतरे के निशान से ऊपर है तो वहीं फर्रुखाबाद में गंगा, मुरादाबाद और शाजहांपुर में रामगंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं।
इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने आज 17 सितम्बर और कल 18 सितम्बर के लिए भारी वर्षा होने की संभावना जताई है।
उत्तराखंड
हरियाणा
चंडीगढ़
पश्चिमी उत्तर प्रदेश
पूर्वी राजस्थान
पश्चिमी मध्य प्रदेश
प्रत्येक वर्ष बाढ़ से लोगों को गुजरना पड़ता है। साल दर साल हालात और बिगड़ते चले जा रहे हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोग प्रभावित हो रहे हैं। नदियों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए तो जीवन जैसे रुक-सा जाता है क्योंकि नदियों का जलस्तर बढ़ने से उनकी जान को भी खतरा रहता है। वे लोग मजबूर होकर पलायन करने लगते हैं।
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