जिला महोबा शहर महोबा मोहल्ला कलेक्ट्रेट नई बस्ती। जहां के रहने वाले स्वाति और स्वाति का पति दोनों गायकी का अलग-अलग जगह मंचों में काम शुरू किया। स्वाति का कहना है गायकी मेरी बचपन से ही शौक थी। मैं अब 1 साल से अलग-अलग कार्यक्रम में भाग लेती हूं। मेरा संगीत टीचर बनने का लक्ष्य है कि जैसे मैंने सीखा है वैसे मैं दूसरों को सिखा सकूं। जब मेरी शादी नहीं हुई थी तब ही मैं सोचती थी कि मुझे पति मिले तो गायक मिले इच्छाएं थी वह मेरा जो सपना था वह मिला।
मै पढ़ाई भी करती हूं और साथ में गायन भी करती हूं जब हम दोनों लोग होते हैं। गायकी में तब एक दूसरे का हमें बहुत सपोर्ट मिलता है और साथ में खुशी भी होती है। मैं चाहती हूँ की मै अच्छी गायिका बनू जिससे मेरा नाम रोशन हो। मैंने अपने पिता से ही सीखा है क्योंकि मेरे ही पिता गायक के टीचर हैं उन्हीं से मैं सीखा है मैं सुबह शाम एक घंटा का टाइम निकालती हूं। बाकी काम जो घर का होता है वह भी करती हूं।
स्वाति का पति अमर ने बताया है कि हमारे परिवार में भी गायक रहे थे। हमारे महोबा के आगोश सोनी हैं टीचर उनसे सीखा है और जहां जहां मैं गाने और बजाने के लिए गया हूं वहां से मेरी हार नहीं हुई हर जगह प्रथम स्थान आया है। अमर का कहना है की लड़की और लड़का में भेदभाव नहीं होना चाहिए। मुझे भी म्यूजिक टीचर बनने का शौक है इससे बहुत अच्छा लगता है।