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किसान के लिए कितना लाभदायक है ये आम बजट 2020-21

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020-21 के लिए आम बजट पेश किया है. जिसमे कई चीजें खुश करने वाली थी तो कई निराशा करने वाली। लेकिन कुछ जो आकर्षण का केंद्र बना जिसमे पहला नाम टैक्स स्लैब्स ( इनकम टेक्स )में बड़े बदलाव है। जो खुश करेगा तो वहीँ घरेलू चीजों के बढ़ते दाम परेशान। यहाँ हम 2020-21 बजट के कुछ हाई लाइट बता रहे हैं.

 

आम बजट की कुछ अच्छी बातों के साथ शुरू करते हैं तो सबसे पहले टेक्स की बात ही कर लेते हैं                 

        आय

                अब

                  पहले

5 लाख तक की कमाई           कोई टैक्स नही             कोई टैक्स नहीं
5 से 7.5 लाख             10 प्रतिशत               20 प्रतिशत
7.5 से 10 लाख             15 प्रतिशत                20 प्रतिशत
10 से 12.5 लाख             20 प्रतिशत                          30 प्रतिशत
12.5 से 15 लाख             25 प्रतिशत               30 प्रतिशत
15 लाख से ऊपर की आय              30 प्रतिशत              30 प्रतिशत

                   

किसानों के लिए भी बड़े ऐलान किये है 

इस आम बजट में किसानो के लिए खास घोषणाएं हुई है.वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर प्रतिबद्ध है। जिसके लिए उन्हें प्रधानमन्त्री किसान योजना से किसानों को लाभ दिया जा रहा है। अब उनके उत्पाद को बाजार से जोड़ने के लिए कृषि उड़ान को लॉन्च किया जाएगा। जो नागरिक उड्यन मंत्रालय की तरफ से लागू किया जाएगा। जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रूट को जोड़ेगा। इससे उत्तर पूर्व इलाकों और आदिवासी इलाकों को तुरंत लाभ पहुंचाया जा सकता है। किसानों के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएगी जिससे  दूध, मछली, मांस की सप्लाइ हो सके. इसे अगर हम क्रम में देखें तो उनकी 16 सूत्रीय योजना इस प्रकार है 

      1. सरकार कृषि उपज की मार्केटिंग और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कानून को अमल में लाने वाले राज्यों को प्रोत्साहन देगी

  1. पानी की कमी को देखते हुए 100 जिलों में पानी की व्यवस्था के लिए बड़ी योजना चलाई जाएगी, ताकि किसानों को पानी की दिक्कत ना आए.
  2. प्रधानमन्त्री कुसुम स्कीम के जरिए किसानों के पंप को सोलर पंप से जोड़ा जाएगा. इसमें 20 लाख किसानों को योजना से जोड़ा जाएगा. इसके अलावा 15 लाख किसानों के ग्रिड पंप को भी सोलर से जोड़ा जाएगा.
  3. उर्वरक के सही और सीमित उपयोग पर जोर दिया जाएगा। केमिकल फर्टीलाइजर पर कम प्रयोग पर जोर दिया जाएगा.
  4. देश में मौजूद वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज को नाबार्ड अपने अधीन करेगा और उसे नये तरीके से बनायेगा। देश में और वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज बनाये जाएंगे इसके लिए पीपीपी मॉडल अपनाया जायेगा।
  5. महिला किसानों के लिए धन्य लक्ष्मी योजना का ऐलान किया गया, जिसके तहत बीज से जुड़ी योजनाओं में महिलाओं को मुख्य रूप से जोड़ा जाएगा.
  6. दूध, मांस, मछली समेत जल्द खराब होने वाली चीजों को खराब होने से बचाने के लिए वातानुकुलितकिसान रेलकोच चलाए जाएंगे.
  7. कृषि उड़ान योजना को शुरू किया जाएगा. इंटरनेशनल, नेशनल रूट पर इस योजना को शुरू किया जाएगा.

9 बागवानी क्षेत्र में सुधार के लिए जिला स्तर पर योजना लाई जाएगी. बागवानी क्षेत्र में 311 मिलियन मीट्रिक टन की वर्तमान में पैदावार है और अब इसके बेहतर विपणन निर्यात के लिए एक उत्पाद एक जिले की व्यवस्था होगी.

  1. एकीकृत कृषि प्रणाली मधुमक्खी पालन पर जोर होगा.
  2. किसान क्रेडिट कार्ड योजना को 2021 के लिए बढ़ाया जाएगा.
  3. दूध के प्रोडक्शन को दोगुना करने के लिए सरकार की ओर से योजना चलाई जाएगी. 2025 तक दुग्ध उत्पादन दोगुना (108 मिलियन मैट्रिक टन) करने का लक्ष्य.
  4. मनरेगा के तहत चारागार को जोड़ दिया जाएगा.
  5. ब्लू इकॉनोमी के जरिए मछली पालन को बढ़ावा दिया जाएगा. वर्ष 2023 तक मछली उत्पादन 200 लाख टन बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है.
  6. युवाओ को मछली पालन में रोजगार देगीसरकार 3477 सागर मित्रों और 500 मत्स्यपालक (मछली पालन ) उत्पादक संगठनों के माध्यम से मछली पालन का विस्तार करेगी. जिससे 2024-25 तक मछली का निर्यात बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये तक हो जाएगा.
  7. किसानों को दी जाने वाली मदद को दीन दयाल योजना के तहत बढ़ाया जाएगा. गरीबी उन्मूलन के लिए 50 लाख परिवारों को 58 लाख स्वसहायता समूहों के साथ जोड़ा गया है और इसका आगे भी विस्तार किया जाएगा. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग को भी मजबूत कर किसानों को प्रेरित करेंगे.

शिक्षा के क्षेत्र

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा क्षेत्र के बजट में कई बड़ी घोषणाएं की हैं। इसमें नई शिक्षा नीति से लेकर विदेशी निवेश के दरवाजे खोलने तक की बातें की गई हैं। नए कोर्सेस और नए विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा भी की गई है। वित्तीय वर्ष 2020- 2021 में इस क्षेत्र को कुल 99,300 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

 

अब आम बजट की  कुछ सस्ती – महंगी चीजें

महंगी

सस्ती

खाद्य बटर घी, बटर ऑइल, खाद्य तेल, पनीर बटर, छाछ, मेसलिन, मक्का, सुगर बीट सीड्स, संरक्षित आलू

च्यूइंग गम, डाइट वाला सोया फाइबर, आइसोलेटेड सोया प्रोटीन, अखरोट

फर्नीचर, लैंप और लाइटिंग फिटिंग, टेबल फैन, सीलिंग फैन, पेडेस्टल फैन, पोर्टेबल ब्लोअर, वॉटर हीटर, इमर्सन हीटर, इलेक्ट्रोथर्मिक फ्लुइड हीटर, कीटनाशक उपकरण, कंप्रेसर, इलेक्ट्रिक हीटिंग रजिस्टर, ताला.

रत्न और आभूषण

कंघी, हेयरपिन, कर्लिंग पिन, कर्लिंग ग्रिप, हेयर कर्लर, हेयर ड्रायर, हैंड ड्राइंग मशीन, शेवर्स, हेयर क्लिपर्स, हेयर-रिमूविंग उपकरण और इलेक्ट्रिक आयरन

खिलौने, स्टेशनरी आइटम, आर्टिफिशल फ्लॉवर, बेल्स, ट्रोफी, मोबाइल फोन के प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली, डिस्पले पैनल और टच असेंबली, फिंगरप्रिंट रीडर, सिगरेट, हुक्का, चबाने वाले तंबाकू, सुगंधित जर्दा.

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