घटना स्थल को देखकर हैरान हूं। यहां तहस-नहस देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मौके की स्थिति क्या रही होगी। सोचिए उस समय महिलाओं और बच्चों की चीख पुकार दिल को दहला देने वाली रही होगी। करीब 50 से 60 एकड़ के एरिया में बना यह पंडाल बता रहा है कि भीड़ बहुत ही ज्यादा रही होगी। वैसे करीब 80 हजार लोगों की भीड़ आने की उम्मीद थी और इतने की ही प्रशासन से अनुमति ली गई थी लेकिन यहां के लोगों के हिसाब से करीब ढाई लाख की तादाद में लोग आए थे।
ये भी देखें –
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’