छेड़छाड़ अब ‘सामान्य’ नहीं मानी जाएगी — #JagahDikhao के साथ बदल रहा है नज़रिया। सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ को अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। लेकिन अब नहीं। @TheAksharavideos और @KhabarLahariyaDigital की #JagahDikhao मुहिम के साथ, हम ऐसे ज़िम्मेदार नागरिकों की कहानियाँ ला रहे हैं जो छेड़छाड़ का विरोध करते हैं। बहुत समय तक उत्पीड़कों को खुली छूट मिलती रही है — अब समय है कि हम अपने स्थान वापस लें और उन्हें साफ़ संकेत दें कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।