मृतक मुन्नी लाल सरकारी हैंडपंप बनाने का काम प्रधान के अधीन करता था। इससे उसका रोज़गार ठीक-ठाक चल जाता था। जब बिनोद शिवहरे नए प्रधान बने तब से मृतक का काम बंद करवा दिया गया जिससे वह बेरोज़गार हो गया।
45 वर्षीय मुन्नी लाल, जो पेशे से हैंडपंप मिस्त्री थे उन्होंने बेरोज़गारी व कर्ज़ की वजह से आत्महत्या कर ली। मुन्नीलाल, कालिंजर थाना क्षेत्र के नौगवां गांव के रहने वाले थे। मृतक के भाई चुन्नी लाल ने बताया कि 17 जनवरी को उनके भाई ने खेत में जाकर ज़हरीला पदार्थ खा लिया था जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जाया गया।
इलाज के दौरान 19 जनवरी को अस्पताल में ही उनकी मौत हो गयी। मृतक के 5 बच्चे हैं। तीन लड़कियां व दो लड़के जिसमें से दो लड़कियों की शादी हो चुकी है।
खबर लहरिया को मृतक के परिवार ने बताया कि 2 दिसंबर 2022 को उन्होंने अपनी दूसरे नंबर की बेटी की शादी की थी जिसके लिए उन्होंने लगभग 3 लाख रुपयों का कर्ज़ लिया था। कर्ज़ की भरपाई किस तरह हो, इस बात को लेकर वह हमेशा टेंशन में रहते थे। 17 जनवरी को खेत जाने की बात कहकर वह घर से निकल गए और वहां जाकर ज़हरीला पदार्थ खा लिया। परिवार को नहीं पता कि मृतक ने किससे कर्ज़ लिया था।
मृतक के आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि मृतक मुन्नी लाल सरकारी हैंडपंप बनाने का काम प्रधान के अधीन करता था। इससे उसका रोज़गार ठीक-ठाक चल जाता था। जब बिनोद शिवहरे नए प्रधान बने तब से मृतक का काम बंद करवा दिया गया जिससे वह बेरोज़गार हो गया।
मामले को लेकर नौगवां के लेखपाल घनश्याम विश्वकर्मा ने कहा कि उन्हें घटना की कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली है। अगर जानकारी मिलती है तो वह जाकर जांच करेंगे।
इस खबर की रिपोर्टिंग गीता देवी द्वारा की गयी है।
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