खबर लहरिया Blog हमीरपुर: सेक्स के नाम पर पति द्वारा की गई क्रूरता को “मैरिटल रेप” और “हत्या” क्यों नहीं कहा जा रहा?

हमीरपुर: सेक्स के नाम पर पति द्वारा की गई क्रूरता को “मैरिटल रेप” और “हत्या” क्यों नहीं कहा जा रहा?

सबके ध्यान का केंद्र सिर्फ मर्दानगी बढ़ाने वाली गोली पर रहा लेकिन जिसनें इसे इस्तेमाल किया,जिसकी वजह से महिला की मौत हुई, क्यों उसे हत्या करार नहीं दिया जा रहा है? क्यों उसे मैरिटल रेप नहीं कहा जा रहा है?

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                                                                           credit – feminism of india

हमीरपुर में शादी की पहली रात के नाम पर कथित पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ जो क्रूरता की गई, उसका सही शब्द है “मैरिटल रेप”, हिंसा,अपराध, अमानवीयता……। पत्नी की मौत नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या की गई है। सेक्स के समय पति ने मर्दानगी बढ़ाने वाली गोली ली। इस दौरान उसने अपनी पत्नी और उसके शरीर की परवाह नहीं की। सेक्स के दौरान हिंसात्मक होते हुए पत्नी को गहरी चोटें दीं जैसा सामूहिक बलात्कार के मामलों में देखा जाता है। एक हफ्ते बाद गहरी व आंतरिक चोटों से लड़ते हुए महिला की मौत हो गई।

माफ़ कीजिये, मैरिटल रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई, क्यों?

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आरोपी, परिवार संग फरार

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 3 फरवरी को महिला की शादी हुई थी। कथित पति द्वारा शादी की पहली रात अपनी पत्नी के साथ “मैरिटल रेप” किया गया। इसके बाद लगातार उसकी हालत खराब होती चली गई। 7 फरवरी को उसे कानपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर जाया गया और 10 फरवरी को वहां उसकी मौत हो गई।

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि मृतिका के परिवार द्वारा कथित पति व उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया है। वहीं टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट बताती है कि हमीरपुर पुलिस स्टेशन ने इस तरह की शिकायत मिलने को लेकर पूरी तरह से इंकार किया है। कहा,”कोतवाली नगर पुलिस स्टेशन में इस संबंध में कोई सूचना/शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत प्राप्त होने पर जांच की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

रिपोर्ट यह भी बताती है कि कथित पति व उसका परिवार अपने घर में ताला लगाकर घर से भाग गए हैं।

यह मामला देखकर आश्चर्य तो नहीं होता कि किसी ने भी यहां कथित तौर पति द्वारा सेक्स के नाम पर की गई क्रूरता को नहीं देखा। सबके ध्यान का केंद्र सिर्फ मर्दानगी बढ़ाने वाली गोली पर रहा लेकिन जिसनें इसे इस्तेमाल किया,जिसकी वजह से महिला की मौत हुई, क्यों उसे हत्या करार नहीं दिया जा रहा है? क्यों उसे मैरिटल रेप नहीं कहा जा रहा है?

 

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