सरकार ने गंगा नदी के प्रदूषण को समाप्त करने और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए ‘नमामि गंगे’ नामक एक एकीकृत गंगा संरक्षण मिशन का शुभारंभ 2014 किया था। इसी योजना के अंतर्गत यूपी के हमीरपुर ज़िले में स्वच्छ जलापूर्ति के लिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में खुदाई करके वहां पाइपलाइन डलवाने की योजना बनाई थी। लेकिन ज़िले में आज भी कई गांव ऐसे हैं जहाँ साल भर से सिर्फ खुदाई करवाके रोड छोड़ दी गई है और गावों तक पानी की सप्लाई नहीं पहुंची है।
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हमीरपुर के नारायणपुर गांव में रह रहे लोगों ने खुदी हुई सड़कों से परेशान होकर अपने-अपने घरों के बाहर ईंट का खड़ंजा बना लिया है ताकि उन्हें आने जाने में दिक्कत न हो। लेकिन बारिश होते ही ये खड़ंजे और खुदी हुई सड़कें लोगों के लिए मुसीबत बन जाती हैं। कई बार बच्चे भी फिसल कर गिर चुके हैं। इन लोगों ने कई बार प्रधान से लेकर ब्लॉक स्तर पर इस मामले की शिकायत की है लेकिन अबतक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
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गांव में पानी की सुविधा लाने के लिए टंकी तो लग गयी है, लेकिन पाइपलाइन न डलने के चलते पानी की सप्लाई अबतक गांव में नहीं पहुँच पाई है।
ब्लॉक स्तर पर मौजूद एडीओ पंचायत मनफूल पाल का कहना है कि उन्हें गांव में खुदी पड़ी सड़कों के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। ऐसे में जब अधिकारियों को मालूम ही नहीं है कि ग्राम स्तर पर क्या काम चल रहा है, ऐसे में कार्य आगे बढ़ पाना तो मानो नामुमकिन सा हो जाता है।
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