खबर लहरिया ताजा खबरें गुजरात: सूरत के आश्रम शाला के प्रिंसिपल पर हॉस्टल की 35 आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़ का आरोप

गुजरात: सूरत के आश्रम शाला के प्रिंसिपल पर हॉस्टल की 35 आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़ का आरोप

सूरत जिले के मांडवी के पास नरेना आश्रम शाला के प्रिंसिपल योगेश पटेल (52 साल उम्र) पर 35 आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। इस मामले में 6 अक्टूबर को आरोपी को गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार आदिवासी विकास विभाग ने इसकी शिकायत की थी। सोमवार 7 अक्टूबर को स्थानीय अदालत ने आरोपी को पूछताछ के लिए तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच सूरत ग्रामीण पुलिस की एससी-एसटी सेल को सौंप दी गई है तथा पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है ताकि मोबाइल से जानकारी प्राप्त कर सकें।

Photo Credit: Social Media

आरोपी योगेश पटेल को 2013 में प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह मामला तब सामने आया जब आदिवासी विकास विभाग की टीम आश्रम शाला में जाँच के लिए आई थी। छात्राओं ने आरोप लगाया कि आरोपी उन्हें दवा देने के बहाने गलत तरह से छूते थे और कई बार नहाते हुए भी देखता था।

गलत तरीके से छूने का आरोप

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मांडवी के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “आरोपी उन लड़कियों को दवा देता था जिन्हें कोई त्वचा रोग होता था। छात्राओं ने आरोप लगाया कि वह त्वचा के संक्रमण की जांच के लिए उनकी गर्दन और कमर को छूता था। उसने जांघ पर संक्रमण की जांच के लिए एक छात्रा की स्कर्ट भी उठाई।”

छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्रिंसिपल आश्रम शाला के परिसर में लड़कियों को नहाते हुए देखता था। शौचालयों की कमी के कारण लड़कियों को कभी-कभी आश्रम शाला के पीछे खुले में नहाना पड़ता था। छात्राओं को बर्तन, कपड़े धोने और घर की सफाई के बहाने आरोपी छात्राओं को अपने पास बुलाता था और उनका यौन शोषण करता था।

आपको बता दें कि छात्रावास में छात्र सूरत और नवसारी जिलों के आदिवासी गाँवों से आते हैं। छात्रावास में 170 छात्राएँ हैं जिनमें से 45 लड़कियाँ हैं, जो सभी कक्षा 1 से 7 तक की छात्राएँ हैं। यह आश्रम स्कूल आदिवासी और अनुसूचित जनजाति के बच्चों के लिए बनाया गया है। यहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के लिए रहने और खाने की सुविधा भी दी जाती है।

POCSO और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के तहत मामला दर्ज

सूरत पुलिस ने 6 अक्टूबर को POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) और अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। मांडवी पुलिस इंस्पेक्टर (पीआई) जेजी मोड और उनकी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कथित अपराधों के लिए 15-20  छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं और अपनी जांच जारी रखी है।

सभी छात्राओं का कराया मेडिकल टेस्ट

गुजरात के न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार छात्राओं के बयान लेने के बाद पुलिस ने सभी 35 छात्राओं का मेडिकल टेस्ट कराया। महिला विभाग की टीम ने जानकारी दी कि अब तक 6 छात्राओं का टेस्ट हो चुका है। मेडिकल रिपोर्ट में पाया गया कि 13 साल की छात्रा के प्राइवेट पार्ट्स पर चोट के निशान मिले हैं।

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural  fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke   

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *