सरकारी योजनाओं और दावों के बावजूद, आज भी देश के कई गरीब परिवार शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत हर घर में शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे काफी अलग है। कई ग्रामीण और शहरी गरीब इलाकों में या तो शौचालय बने ही नहीं हैं, या फिर अधूरे पड़े हैं। इससे न केवल स्वच्छता और स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा व गरिमा भी खतरे में पड़ती है।
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