खबर लहरिया खेती बाँदा: सिचाई के लिए नहीं है सरकारी ट्यूबवेल, किसान चिंतित

बाँदा: सिचाई के लिए नहीं है सरकारी ट्यूबवेल, किसान चिंतित

जिला बांदा, ब्लाक नरैनी क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले दोवबा क्षेत्र के शाहपाटन ग्राम पंचायत के किसानों का आरोप है कि उनके यहां नदी का रास्ता टूटा होने से आवागमन ठप है और सिंचाई का भी कोई साधन नहीं है जिससे फसल सूख रही है और वह काफी परेशान हैं|

किसानों का कहना है कि वह एक छोटे काश्तकार हैं अपने से सिंचाई के साधन की व्यवस्था कर नहीं सकते और सरकारी कोई ट्यूबवेल नहीं है वही मात्र एक नदी है जिस का सहारा है जिस जो थोड़ी-बहुत सिंचाई कर पाते हैं उसी से हो पाती है इसके अलावा पूरी फसल सूखी पड़ी रहती है और भगवान भरोसे ही चलती है जब भी चुनाव का समय आता है तो नेता मंत्री चुनावी दौरे में जाते हैं और बड़े बड़े वादे करते हैं लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है नदी का रास्ता होने से आवागमन था |

Government tubewell is not for irrigation, farmers are worried

जिससे अगर कोई बीमार हो जाए तो वह घर में ही मर जाएगा बाहर निकलने की व्यवस्था नहीं हो सकती और सिंचाई का साधन न होने से इस समय बारिश भी नहीं हो रही तो उड़द मूंग और ग्वार जैसी की फसलें सूख रहे हैं और उसको लेकर उनके मन में काफी चिंता है कि अगर फसलें सूख जाएंगी तो भूखमरी के कगार में आ जाएंगे लेकिन क्या करें उनकी कोई सुनने वाला नहीं है इसलिए वह अपनी जिंदगी मजबूरी में गुजार रहे हैं और इसी कारण उनके बच्चे भी आगे नहीं बढ़ पाते क्योंकि नदी का टूटा होने से शिक्षा भी नहीं आगे बढ़ पाती ना बच्चे बाहर निकल कर सकते इसलिए आज के बाद पढ़ाई बंद कर दी जाती है इन समस्याओं से जूझते हुए वह परेशान है