नमस्कार दोस्तों द कविता शो के इस एपिशोड में आपका स्वागत है 5 अगस्त को रामजन्म भूमि का पूजन हो गया है पूरे भारत में रामजन्म भूमि और अयोध्या में मन्दिर बनने को लेकर ह्लौलास मनाया गया . जगह जगह कीर्तन भनन का आयोजन हुआ .भूमि पूजन के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी हवाई जहाज से अयोध्या पहुचे .इसके लिए करोड़ो रूपये लगा कर तैयारी की गई थी . लाखो लाखो रूपये खर्च करके फूल मगाए गये रंगाई पुताई हुई दीप जला कर अयोध्या को जगमग कर दिया गया शोशल मीडिया और टीवी चैनलों में सिर्फ एक ही खबर चली राम लला जन्म भूमि पूजन और राम मन्दिर की . सभी राम भक्तो को बधाई के साथ एक लम्बी चर्चा करना चाहती हूँ दोस्तों
दोस्तों ये बात तो किसी से छुपी नहीं है की अपना देश किन परिस्थियों से जूझ रहा है एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना से लोगों की मौते दूसरी तरफ आसाम और बिहार में बाढ़ से मौते तीसरी तरफ यूपी में सूखा की स्थिति . तीनो कारण ऐसे है जो लोगों को भुखमरी के कटघरे में खड़ा कर दिए है .इन मुद्दों पर सरकार क्यों पैसे नहीं खर्च करना चाहती है. क्यों बात नहीं करना चाहती है . अगर पीएम मोदी अयोध्या भूमि पूजन के लिए जा सकते है तो फिर बाढ़ पीडितो से मिलने क्यों नहीं गये है |
विवादित राम जन्म भूमि का फैसला राम मन्दिर के पछ में आया था तो मन्दिर तो बनना ही था उसको कोइ रोक नहीं सकता है और भाई रोकेगा कौन सत्ता बहुमत की है जिनकी लाठी उनकी ही भैस ये कहावत फिट बैठती भी है . चिट भी उनकी और पट भी उनकी अरे मदिर तो बनना ही था लेकिन 5 अगस्त को ही क्यों ये डेट आगे पीछे भी तो होसकती थी पिछले साल 5 अगस्त को ही कश्मीर से धारा 377 हटाई गई और ये दिन कश्मीर वासियों के तकलीफ देने वाला था एक इन्सान होने के नाते थोड़ा तो इंसानियत बनती है न लेकिन ऐसा नहीं हुआ होगा भी क्यों |
मंदिर बनेगा, भगवान खुश हुए क्योंकि उनको भी सरकारी आवास मिल गया। हमारी सरकार बहुत पावरफुल है वह लोगों को आवास भले ही न दे पाई हो पर हमारे भगवान को आवास मुहैया करा पाई है।
हमारी सरकार का और सबसे बड़ा काम कि कोरोना के समय अस्पताल, बेड, दवाई, असम बिहार के पीड़ित लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पाई पाई पैसे नहीं जोड़ पाई लेकिन अयोध्या का भव्य आयोजन वह भी सिर्फ करोड़ों करोड़ों रुपये से ही की है। यही हमारी सरकार की खास सोच है। इसी में देश के ज्यादातर लोग इन पर फिदा हैं।
रामायण ग्रंथ के अनुसार अब राम राज्य आएगा। सारी अत्याचार, हिंसा, महिलाओं की सुरक्षा रुक जाएगी। राजा की नज़र में जातिगत भेदभावपूर्ण व्यवहार बन्द हो जाएंगे। जैसे रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति तो बनाया गया पर भूमि पूजन से दूर रखा गया। सारी प्रजा खुश होगी। फिर से राजा राज्य करेंगे और जनता चाकर होगी। बेरोजगारी का मुद्दा बहुत समय से छाया है तो अच्छा रोजगार मिलेगा।
Bjp के नाम पर सम्मानित और गौरवशाली महसूस करने वाले लोग जिनको अंधभक्त का नाम दिया गया है इस समय वह बहुत खुश होंगे। वह अंदर ही अंदर गुलक रहे होंगे कि उनका वोट आज सार्थक हो गया जब उन्होंने अपने सारे हक अधिकारों का गला घोंटकर सरकार को समर्पित कर दिया। ऐसे बड़े दिल वाले हर एक वोटर को राम राज्य लाने के लिए बहुत बहुत बधाई।
यह सवाल इस लिए भी उठाना मेरे लिए जरूरी है की जिस समय जरूरत है लोगों को रोजगार की ,भूखो को खाने को खाना देने की , महिला सुरछा की ,किशानो की पैदावारी कैसे होगी इस पर बात करने की, कोरोना से निपटने के लिए अच्छे अस्पताल और डाक्टरों की ,जो जिले स्थर और ग्रामीण इलाको में हो.शिच्छा का क्या होगा बच्चो की पढाई चौपट हो गई है, जो बच्चो को आता था वो सब भूल चुका है. आखिर ये सब चीजो की व्यवस्था होगी क्या मोदी जी ?