गुड न्यूज़ ने धमाल मचा दिया जिसमे है टेस्ट ट्यूब बेबी से जुड़े सच :नए साल में एक बार फिर आपका बहुत बहुत स्वागत है नए साल का ये पहला सप्ताह है उम्मीद है आप सब ने बहुत इंजॉय किया होगा मैंने भी बहुत इंजॉय किया और फिल्म भी देखि तो चलिए अपने फ़िल्मी गपशप को आगे बढ़ाते है थोड़ा फ़िल्मी हो जाते हैं। वैसे तो हम 2020 में पहुँच गए लेकिन 2019 को अभी नहीं भुला सकते।
वैसे अक्षय कुमार ने तो 2019 में 4 फिल्मे की केसरी, मिशन मंगल, हाउसफुल 4 और अब आखरी में गुड न्यूज़ उनकी हर फिल्म ने लगभग 100 करोड़ का कारोबार किया। खैर हमें तो मनोरंजन से काम है तो आज हम बात करते है 27 दिसंबर को रिलीज़ हुई फिल्म गुड न्यूज़ की. जिसमे मुख्य भूमिका में है अक्षय कुमार, करीना कपूर खान, दिलजीत दोसांझ और क्यारा आडवाणी।
फिल्म की कहानी मुंबई के एक रईस कपल वरुण बत्रा यानी और दीप्ति बत्रा यानी करीना की है जिनकी शादी को सात साल हो चुके हैं दोनों ही अपने-अपने प्रोफेशन में सफल हैं और एक शानदार जिंदगी जी रहे हैं। अपने-अपने करियर में सफल होने के बाद वे तय करते हैं अब उन्हें मां-बाप बनना चाहिए, मगर तमाम कोशिशों के बावजूद सफलता हासिल नहीं होती। इसलिए दोस्तों की सलाह पर दोनों सहारा लेते हैं आईवीएफ टेक्नोलॉजी का। मतलब टेस्ट ट्यूब बेबी का आप आईवीएफ के बारे में ज्यादा जान्ने के लिए गूगल कर सकते है।
अब बढ़ते है कहानी की ओर जब उनकी लाइफ में एंट्री होती है देसी कपल हनी बत्रा यानी दिलजीत दोसांझ और मोनी बत्रा यानी कियारा आडवाणी की. वो भी टेस्ट ट्यूब बेबी के लिए ही हॉस्पिटल आते है. अब कहानी में ट्विस्ट ये होता है की दोनों का सरनेम बत्रा होने की वजह से दोनों कपल्स के शुक्राणु इंटरचेंज हो जाते हैं,अब आगे क्या सियापा होता है ये आप फिल्म देख कर ही जान पाएंगे। डायरेक्टर राज मेहता ने फिल्म को बहुत ही सटीक रखा है. फिल्म के शुरू से लेकर आखिरी तक कॉमेडी का भरपूर टच है. आप कही भी फिल्म में बोर नहीं होते।फिल्म रिव्यू में देखिए मर्दानी 2 का सरप्राइज़ पैकेज आओ थोड़ा फिल्मी हो जाएं में
और अक्षय कुमार और करीना जैसे कलाकार ने फिल्म के साथ बखूबी न्याय किया है. वैसे दिलजीत और क्यारा ने भी दिल को जीत लिया है. फिल्म कॉमिडी में भी एक मैसेज देती है लोग को आईवीएफ टेक्नोलॉजी से परिचित कराती है जिसे जानना जरुरी भी है हालांकि फिल्म में कुछ बातें हैं जो चुभती हैं, खासकर गोद लेना को लेकर बोले गए सभी संवाद खटकते है। आईवीएफ को दर्शकों के दिमाग तक पहुंचाने के लिए अडोबशन को गलत बताना कतई सही नहीं है.. और निर्माता- निर्देशक को इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए।
हमारी तरफ से इस फिल्म को वैसे तो 4 स्टार देती पर अडोबशन को नज़र अंदाज करने के लिए हाफ स्टार कट होते है तो फिल्म को मिलते है 5 में से 3.5 स्टार तो आज के लिए बस इतना ही. आपको ये वीडियो पसब्द आई हो तो लाइक और दोस्तों को शेयर करना न भूले और अगर अभी तक आपने हमारा चैनल सब्स्क्राइव नहीं किया है तो जल्दी से सब्स्क्राइव कर लो मिलते है अगले एपिसोड में तब तक के लिए नमस्कार