एंटी रोमियो टीम चित्रकूट जिले मे पिछले चार साल से सक्रिय है लेकिन, इस टीम के बारे मे लोगों को ठीक से जानकारी नहीं है। कुछ लडकियां इस टीम के बारे में जानती भी हैं लेकिन सही माइने मे एंटी रोमियो टीम के बारे में बात करे तो जिस लिए ये टीम गठित की गई है उसका लाभ नही मिल पा रहा। लड़कियों की सुरक्षा को लेकर टीम गठित की गई है जिससे छेड़छाड़ जैसी घटनाओं पर रोक लग सके। लेकिन जिले में इस तरह की घटनाओं पर रोक तो नहीं लग पाई। ऊपर से छेड़छाड़ जैसी घटनाएँ बढती ही जा रही हैं।
ये भी पढ़े : ऐंटी रोमियो दल की तर्ज पर हरियाणा में ‘ऑपरेशन दुर्गा’ और जयपुर में ‘एंटी रोमियो दस्ता’ शुरु
स्कूल में ही जाकर जागरूक करना और स्कूल के बाहर ही ऐसी घटनाएं नहीं होती इस तरह की घटनाएं तो संनाटे की जगह पर ज्यादा होती हैं जहा न तो पुलिस होती है न एंटी रोमियो की टीम और न ही जनता। और एंटी रोमियो टीम वही होती है जहां भीड़भाड़ होती है। और जहां लडकियां कुछ हद तक अपनी सुरक्षा कर सकती हैं। प्रदेश में पहले से ही वूमेन हेल्पलाइन (1090), एंटी रोमियो दस्ता, यूपी-100 और अब मिशन शक्ति जैसी सेवाएं मौजूद हैं, जहां महिलाएं अपनी शिकायत कर सकती हैं. हेल्प लाइन नम्बर और योजनायें बढ़ रही हैं लेकिन अपराध कब थमेगा ये किसी को नहीं पता।
ये भी पढ़े :एंटी रोमियो स्क्वाड का बयां, 9 महीने में हर दिन दर्ज हुए 6 केस