झांसी-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन में सफर करने वाले लोगों को राहत देने के लिए बढ़ाये गए जनरल बोगी के डब्बे।
जिला बांदा। झांसी-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन में बढ़ाये गए चार जनरल डब्बे। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि 2 सालों से कोरोना वायरस महामारी के चलते बहुत सारी अव्यवस्थाएं हुई हैं। इस बीमारी को देखते हुए ट्रेनें पूरी तरह से बंद हो गई थी। लेकिन धीरे-धीरे ट्रेनों का संचार शुरु हुआ। लोगों ने भी इस बीमारी के साथ जीना सीखा। समस्या यह थी कि बिना रिज़र्वेशन के लोगों के लिए यात्रा करना बहुत ही मुश्किल था। अगर किसी को इमरजेंसी है, तो वह बस की ही यात्रा कर सकता था क्योंकि ट्रेन में चार घंटे पहले रिज़र्वेशन करवाना पड़ता था। ऐसा नहीं था कि अगर हमें आज निकलना है,तो ट्रेन के समय स्टेशन पहुंचे और हमें टिकट मिल जाएगी। इससे काफ़ी लोग ट्रेन का सफर नहीं कर पाते थे। खासकर गरीब तबके के लोग जो मेहनत मजदूरी के लिए आते-जाते रहते हैं। बाहर उन्हें दोनों तरह से दिक्कत होती थी क्योंकि रिज़र्वेशन में भी किराया कहीं ना कहीं महंगा होता था। चार घंटे पहले टिकट करवाने के लिए स्टेशन जाना पड़ता था और बसों का तो किराया महंगा है ही।
जब ट्रेने चलती थीं तो लोगों को काफ़ी सुविधा होती थी क्योंकि पैसेंजर हो या एक्सप्रेस दोनों में जनरल डिब्बे होते थे। लोगों को तुरंत टिकट मिल जाता था। पैसेंजर ट्रेन तो पूरी जनरल की ही होती थी। जब कोरोना महामारी के बाद ट्रेनें चलना शुरू हुईं तो सभी को एक तरह से ऐक्सस्प्रेस ट्रेन ही बना दिया गया। सभी ट्रेनों में रिज़र्वेशन होने लगा। लोगों को यात्रा करने में काफी दिक्कतें आने लगी क्योंकि सब लोग इतना जागरुक भी नहीं होते कि वह चार घंटे पहले रिज़र्वेशन करवा पाएं। मजदूर वर्ग के लोग तो भले ही खड़े-खड़े यात्रा कर ले लेकिन पैसेंजर हो या ऐक्सप्रेस जनरल डिब्बा में उनको किराया कम लगता था। वह अपनी मंजिल तक पहुंच जाते थे। जब से यह स्थिति आई तो लोगों को दुगना-चौगुना किराया बसों में देना पड़ा पर यात्रा करना भी जरूरी था तो लोगों ने मजबूरी में किया।
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झांसी-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन में बढ़ाये गए जनरल बोगी के डब्बे
इन्हीं सब चीजों को देखते हुए रेलवे ने एक अहम फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि झांसी-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन जो 11:50 पर बांदा आती है उसमें चार जनरल बोगी लगा दी गई हैं। पहले ट्रेन में सिर्फ नौ बोगी थी। अब यात्रियों को रिज़र्वेशन कराने की ज़रुरत नहीं होगी। यात्रियों की सुविधाओं के लिए रेलवे ने गुरुवार यानी 16 दिसंबर से ट्रेन में चार जनरल बोगियों का संचालन शुरू कर दिया है। इसके लिए यात्रियों को स्टेशन की खिड़की से जनरल बोगी में यात्रा के लिए टिकट मिलेगी।
इससे यात्री आसानी से यात्रा कर सकेंगे और जनरल की तरह उनको तुरंत ही टिकट मिल जाएगा। रिज़र्वेशन कराने का झंझट खत्म हो जाएगा और पहले से घर का काम-काज छोड़कर लोगों को स्टेशन में भी नहीं बैठना पड़ेगा क्योंकि चार घंटे का समय एक लम्बा समय होता है। दूर-दराज़ से ट्रेन पकड़ने के लिए आने वाले लोगों को तो बहुत ही मुश्किल होती थी।
रिज़र्वेशन का देना पड़ता था अतिरिक्त चार्ज
यात्रियों को रिज़र्वेशन सीट के लिए दस रुपये अतिरिक्त चार्ज भी देना पड़ता था। कई बार यात्री पैसेंजर ट्रेन समझकर बिना रिज़र्वेशन कराए स्टेशन पहुंच जाते थे। जिससे उन्हें बिना यात्रा किये वापस लौटना पड़ता था। जनरल कोच बढ़ने से अब लोगों को कुछ राहत मिली है। अब लोगों को अतिरिक्त चार्ज भी नहीं देना पड़ेगा। खबर लहरिया की सीनियर रिपोर्टर गीता देवी सब ऑफिस से वापस आ रही थीं तो जिस ऑटो में वह बैठी थीं, वह लोग यही बात कर रहे थे और काफ़ी खुश थे।
इस खबर की रिपोर्टिंग गीता देवी द्वारा की गयी है।
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