खबर लहरिया जिला गया : भेड़ चरवाहों का जंगल में कैसे बीतता है जीवन?

गया : भेड़ चरवाहों का जंगल में कैसे बीतता है जीवन?

भेड़ मालिक ने बताया है कि यह व्यवसाय हमारी पीढ़ियों से चल रहा है और हमारी पीढ़ियां इसी काम को करती थीं। अब हम भी इसे कर रहे हैं और इसमें हमने काफी कुशलता प्राप्त की है। इसे करने के लिए हमें बहुत मेहनत करनी पड़ती है और हम लोग अपने घरों से हमेशा दूर रहते हैं। हर दिन हमें कम से कम 15 से 20 किलोमीटर चलना पड़ता है ताकि हम अपनी भेड़ों का ध्यान रख सकें। इस कारण हम अपने भेड़ पालन के काम के चलते घर में बहुत कम समय बिता सकते हैं।

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