देश में जब भी महिलाओं की बात आती है तो एक प्रश्न चिन्ह समाज के ऊपर जरूर लगता है और साथ ही सुरक्षा कर्मी भी घेरे में आते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में स्थित गार्गी कॉलेज में लड़कियों से हुई छेड़छाड़ का मामला बढ़ता जा रहा है। 6 फरवरी 2020 को दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्राओं के साथ बड़े पैमाने पर छेड़खानी की गई। कॉलेज की छात्राओं ने इंस्टाग्राम पर इस घटना के बारे में अपने अनुभव पोस्ट किया था। और यह ट्वीट बाद में वायरल हो गया। गार्गी कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी में लड़कियों का एक प्रमुख कॉलेज है।
छात्राओं ने आरोप लगाया है कि फेस्टिवल के अंतिम दिन कुछ लोग दीवार फांदकर कॉलेज परिसर के अंदर आ गए। इनमें कुछ अधेड़ भी थे। फेस्टिवल में रात को गायक जुबिन नौटियाल का शो था। इसके लिए छात्राओं को सीमित पास ही बांटे गए थे। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया है कि कॉलेज परिसर में घुसने वाले हुड़दंगियों में से कई नशे में थे। छात्राओं के साथ बदसलूकी और छेड़छाड़ की। कुछ ने मेट्रो स्टेशन तक उनका पीछा भी किया। इतनी भीड़ होने के कारण कई छात्राओं को घुटन भी होने लगी। इधर, जैमर लगे होने के कारण उनके मोबाइल पर नेटवर्क नहीं आया और वे एसएमएस और व्हाट्स ऐप नहीं कर पाईं। छात्रा ने ट्वीट में कहा कि कॉलेज के सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा में असफल रहे। हम अपने ही कॉलेज में सुरक्षित महसूस नहीं कर पाईं। कॉलेज प्रशासन घटना की जिम्मेदारी ले।
वहीं इस मसले पर गार्गी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. प्रोमिला कुमार एनबीटी से हुई बातचीत में कहती हैं कि उन्हें छात्राओं से किसी तरह की शिकायत नहीं मिली। मैं इस मसले पर छात्राओं से बात करूंगी। हमने अपने सीसीटीवी चेक किए हैं, ऐसा कुछ नहीं दिखा। ना मुझे, ना मेरी फैकल्टी को। हमारे पास पूरी सिक्यॉरिटी की व्यवस्था थी। गार्ड्स थे, कमांडो थे, बाउंसर्स थे और पुलिस भी थी। लेडी पुलिस थी, प्लेन ड्रेस में भी पुलिस थी। हमारे 200 स्टाफ की भी फेस्ट में ड्यूटी लगी थी। मैं इस मामले में स्टूडेंट्स से बातचीत करूंगी।
संसद में उठा गार्गी कॉलेज का मुद्दा
10 फ़रवरी को संसद में गार्गी कॉलेज का मुद्दा सांसद गौरव गोगोई ने उठाया, जिस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया है कि कॉलेज में बाहरी लोग घुसे। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने इसका संज्ञान लेते हुए कॉलेज का दौरा किया। वहीं 10 फरवरी की सुबह से ही कॉलेज की छात्राएं कॉलेज प्रशासन की चुप्पी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं और अपनी सुरक्षा पर जवाब चाहती हैं। साथ ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी कॉलेज पहुंचीं।
Human Resource Development Minister Ramesh Pokhriyal in Lok Sabha on Gargi college case: It has come to our notice that some outsiders had entered the college, which is not right. The college administration has been asked to look into it. pic.twitter.com/UuLcdveagB
— ANI (@ANI) February 10, 2020
समाचार एजेंसी पीटीआई (प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया) के मुताबिक़ दिल्ली के हौज़ ख़ास पुलिस स्टेशन में इस सिलसिले में आईपीसी की धारा 452, 354, 509 और 34 के तहत केस रजिस्टर किया गया है। आईपीसी की ये धाराएं हमला करने, बंधक बनाने और नुक़सान पहुंचाने के इरादे से किसी के परिसर में घुसपैठ करने पर, किसी महिला के सम्मान को नुक़सान पहुंचाने के इरादे से उस पर ताक़त का इस्तेमाल करने पर और इशारों से या कुछ बोलने पर लागू होती हैं।
केजरीवाल ने किया ट्वीट
गार्गी कॉलेज में छेड़छाड़ मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, ‘गार्गी कॉलेज में हमारी बेटियों के साथ बदसलूकी बेहद दुखद और निराशाजनक है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोषियों को पकड़ कर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए और ये सुनिश्चित हो कि हमारे कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे सुरक्षित हों।
गार्गी कॉलेज में हमारी बेटियों के साथ बद्सलूकी बेहद दुखद और निराशाजनक है। इसे क़तई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोषियों को पकड़ कर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। और ये सुनिश्चित हो कि हमारे कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे सुरक्षित हों।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 10, 2020
प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने कॉलेज से प्रिंसिपल और जैमर को हटाने की मांग की है। छात्राओं का कहना है कि अगर प्रिंसिपल को नहीं हटाया गया तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
https://twitter.com/Sajjadullah1744/status/1226941761332760576