जिला महोबा ब्लाक जैतपुर कस्बा। यहाँ के रहने वाले दुकानदारों ने बताया है कि हमारे गांव का गरम मसाला सदियों से फेमस है। यह भी कहते हैं कि अन्य जगह के गरम मसाले में और हमारे महोबा जिले के गरम मसाले में धरती आसमान का फर्क है। जैसे कि अन्य जगह जो मसाला हम डालते हैं वह नहीं डालते हैं। केवल पता और छबीला ही और दालचीनी डालते हैं।
जब गरम मसाला बनाते हैं उसमें बहुत सारी सामग्री डालते हैं। जीरा, मेथी, सोंठ, काली मिर्च, लॉन्ग इलाईची केसर पुष्पा और भी काफी चीजें उसमें मिक्स करके ही गरम मसाला को बनाते हैं। कोई भी चीज अलग से नहीं डालते हैं। डोडा जायफल भी मिक्स करके ही गरम मसाला को बना देते हैं। जिससे जो गरम मसाला डालने वाली महिलाएं हैं उनको अलग से कोई चीज नहीं डालना पड़ता है।
रामकली ने बताया है हमारा कुलपहाड़ मायका है और बांदा शहर ससुराल है। जिससे कि बांदा में जो मसाला आता था वह हमे लगता है कि क्या मसाला डालें और क्या-क्या डालें हमें पता भी नहीं चल पाता है। जो महोबा शहर के कुलपहाड़ का गरम मसाला है वह सारा मिक्स ही रहता है। हमें कोई चीज ढूंढने नहीं पड़ती है। जब गरम मसाला बांदा में हम डालते हैं तो अलग से लॉन्ग लाची जीरा सांप सब अलग अलग ही मिलता था मसाला हम पूरा नहीं डाल सकते हैं। याद भी नहीं रहती है कि क्या क्या मसाला पीसने के समय डालना है। और जो कुलपहाड़ का है वह सारा मिक्स ही रहता है। उसमें हमें याददाश्त भी बनी रहती है कि और कहीं दूसरा भी नहीं मिक्स करना पड़ता है।