कोरोना वायरस के चलते भारतीय रेलवे ने अपनी सभी यात्रा सेवाओं को बंद कर दिया है. केवल मालगाड़ियां चलेंगी 31 मार्च तक नहीं चलेगी कोई ट्रेन । ऐसे में 13,523 ट्रेनों पहिए थम गए हैं। इनमें 5881 ईएमयू, 3695 मेल एक्सप्रेस और 3947 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। पहले रेलवे ने केवल पैसेंजर ट्रेन बंद करने का ऐलान किया था। लेकिन रविवार रात रेलवे ने सभी यात्री सेवाओं को बंद करने का फैसला किया।
आवासीय मामले के सचिव डीएस मिश्रा ने मेट्रो कंपनियों को भेजे संदेश में कहा, “कोरोना वायरस के मौजूद परिदृश्य को देखते हुए देशभर के सभी नेटवर्कों पर मेट्रो रेल सेवाओं को 31 मार्च 2020 तक बंद करने का फैसला किया गया है अब नहीं चलेगी कोई ट्रेन । वहीं कैबिनेट सचिव की आज राज्य के मुख्य सचिवों के साथ बैठक हुई, जिसके बाद अंतरराज्यीय बस सेवाएं भी 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई हैं। डीएमआरसी ने भी ट्वीट करके 31 मार्च तक मेट्रो सेवाओं के बंद रहने की जानकारी दी है।
भारतीय रेलवे की अपील- घर में रहें लोग
ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए कहा जा रहा है। कोरोना के डर के चलते भारतीय रेल भी बंद है, ऐसे में अब रेल मंत्रालय की तरफ से लोगों से भी घरों में रहने की अपील की जा रही है। सोमवार रात को रेल मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर लिखा गया, ‘भारतीय रेल कभी युद्धकाल में भी नहीं रुकी थी, कृपया परिस्थतियों की गंभीरता को समझिए। अपने घर में ही रहिए।’
यहाँ पर आपको यह बता दें कि भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार ही हुआ है, जब पैसेंजर ट्रेन को बंद कर दिया गया हो। सभी ट्रेन कैंसिल कर दी गईं और सिर्फ मालगाड़ी को चलने की इजाजत दी जा रही है। ऐसे में अब खुद रेलवे लोगों से कह रहा है कि आप घर में ही रहिए।
ट्रेन के बाद अब टिकट काउंटर भी बंद
देश भर की सभी ट्रेनें बंद करने के बाद टिकट काउंटरों को भी बंद कर दिया गया है और स्टेशन पर रिजर्वेशन और करंट टिकट काउंटर भी बंद कर दिए हैं। ऐसे में अब स्टेशन पर इक्का-दुक्का अधिकारी ही रहे गए हैं। वर्तमान में, पूरे स्टेशन की जिम्मेदारी जीआरपी और आरपीएफ के हवाले कर दी गई है।
लगातार घट रही है रेलवे की कमाई
रेलवे की कमाई पर अगर गौर करें तो चालू वित्त वर्ष (2019-20) की तीनों तिमाही में लगातार कमाई घटी है। रेलवे को 2019-20 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में यात्री किराये से 13,398.92 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। दूसरी तिमाही (जुलाई -सितंबर) में यह घटकर 13,243.81 करोड़ रुपये रह गई। तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में यात्री किराये से कमाई और गिरकर 12844.37 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
रेलवे को कितना होगा नुकसान
आंकड़ों के आधार पर रेलवे ने मार्च से दिसंबर (9 महीने) में कुल 39485 करोड़ की कमाई की। इस हिसाब से औसतन एक महीने की कमाई 4387 करोड़ रुपये हुई। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि एक दिन में रेलवे की कमाई 146 करोड़ के करीब होती है। ऐसे में अगर 9 दिन तक (23-31 मार्च) संचालन पूरी तरह ठप रहेगा तो केवल यात्री किराए से होने वाली 1316 करोड़ कमाई का नुकसान होगा।
रेलवे ने किराया वापसी नियम में दी ढील
रेलवे ने उन यात्रियों का किराया लौटाने के नियमों में ढील दी जिन्होंने 21 मार्च से 21 जून के बीच यात्रा करने के लिए टिकट बुक कराई थी। एक आदेश में कहा गया है कि रेलवे द्वारा 21 मार्च से 21 जून के बीच रेलगाड़ी रद्द की जाती है तो यात्रा की तारीख से तीन महीने के अंदर टिकट काउंटर पर टिकट दिखाकर किराया वापस लिया जा सकता है। वर्तमान में यह समय सीमा तीन दिन या 72 घंटे की है।
रेलवे ने यात्री को राहत देते हुए कहा है कि टिकट कैंसिल करवाने पर कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा। यात्रियों को टिकट पूरा पैसा वापस किया जाएगा। रेलवे ने कहा है कि यात्रियों को आसानी से पैसा वापस मिल सके इसके लिए बेहतर इंतजाम किया जाएगा क्यकि नहीं चलेगी कोई ट्रेन । जरूरी वस्तुओं की सप्लाई जारी रखने के लिए मालगाड़ियां चलती रहेंगी।