उत्तर प्रदेश बांदा जिले के ग्राम पंचायत मवई में 2022 में आग लगने के बाद लेखपाल और प्रधान ने पात्र व्यक्ति को आवास देने का आश्वासन दिया था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी उन्हें आवास नहीं मिला है। प्रधान और सचिव द्वारा पत्नी सुमन के नाम पर आवास की मांग की गई थी, लेकिन किसी कारण से उनका नाम काटकर किसी और को आवास दे दिया गया है। गरीब व्यक्ति जिला अधिकारी के चक्कर लगा रहे हैं और जांच की मांग कर रहे हैं।
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मामले को लेकर प्रधान राजकरण वर्मा ने बताया है कि बेनी प्रसाद के घर में आग लगी थी और सर्वे के बाद आवास देने का वादा किया गया था, लेकिन अब वह आवास किसी और को दे दिया गया है।
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