22 फ़रवरी 2020 को पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ तहसील में अचानक बारिश होने की वजह से छाया किसानों के खेती में भूचाल जब तक किसानों की फसल खेत से कट के घर के अंदर नहीं रख जाती तब तक किसानों को चिंता सताती रहती है कि कहीं कोई अनहोनी ना हो जाए और हमारी फसल ख़राब ना हो जाए|
वही नजारा 22 फरवरी को देखने को मिला मौसम खराब होने की वजह से अचानक हुई तेज वर्षा के कारण किसानों की फसल ख़राब हो गई| जिससे किसान निरास हो गये किसानों द्वारा बताया जा रहा है कि जिन खेतों में पानी भर चुका है उन खेतों को नुकसान है और जिन खेतों में अभी पानी नहीं लगा उनके लिए कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन अगर अब वर्षा होती है तो किसानों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है| देखा जा रहा है कि दिनांक 21 तारीख को दिन शुक्रवार को अधिक वर्षा हुई है और दिनांक 22 फ़रवरी दिन शनिवार को भी मौसम साफ नहीं दिखाई दे रहा काले बादल छाए हुए हैं जो कि किसानों के लिए चिंता का विषय बन रहा है और किसानों की सांस रुकी हुई है कि कहीं हमारी मेहनत बर्बाद ना हो जाए|
किसान फसलों से लहराते हरे भरे खेत देखकर बहुत खुश थे कि उनकी मेहनत रंग लाएगी, लेकिन वही बे मौसम अधिक बारिश होने के कारण फसल नष्ट हो चूकी है, जिससे उनकी सब मेहनत बेकार चली गई| अब किसान ये सोच रहे हैं कि इस मौसम के बिगड़ते हुए जो मेहनत की है उसका कुछ हिस्सा शायद उनके घर तक पहुंच जाए यह बारिश किसानों के लिए बड़ी चिंता का विषय बनी जिसमें किसान मायूस होते नजर आ रहे हैं|
किसानों का कहना है की इस खेती से ही हमारा घर का खर्चा चलता है और अपने पुरे परिवार की देख भाल करते है अगर खेती ही बर्बाद हो जाएगी तो हम लोग कहाँ से बच्चों का पालन पोषण करेंगे और कैसे खर्च चलाएंगे आये दिन हमारी फसल पर बुरा प्रभव पड़ता है हम लोग सरकार से भी मांग करते है की हमे कुछ सहारा मिले अगर फसल नष्ट हुआ है तो लेकिन उतना नहीं मिल पाता है जितना खेती का नुक्सान होता है हमारा फिर भी अगर कुछ फसल नुकसान का मुआवजा मिल जाए तो कुछ राहत मिल सकती है|