खबर लहरिया Blog ‘किसान आईडी’ होने पर ही मिलेगा पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ, जानें आवेदन व सभी जानकारी 

‘किसान आईडी’ होने पर ही मिलेगा पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ, जानें आवेदन व सभी जानकारी 

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए सभी नए आवेदकों को किसान रजिस्ट्री में अपना पंजीकरण कराना होगा। इसके साथ ही आवेदन पत्र में अपनी किसान आईडी देनी होगी। यह नियम 10 राज्यों में 1 जनवरी 2025 से प्रभावी रूप से लागू हैं।

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                                                                                                                                                                    सांकेतिक तस्वीर

किसान की पहचान मिलने पर ही किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा पाएंगे। इसके लिए उन्हें ‘किसान पहचान पत्र’ यानी ‘किसान आईडी’ बनवानी होगी। केंद्र सरकार की मानें तो जिन नए आवेदकों को योजना का लाभ चाहिए, उन्हें इसके लिए आईडी बनवाना ज़रूरी है। 

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) में नए लाभार्थियों के पंजीकरण के लिए किसान आईडी को अनिवार्य बनाना महत्वपूर्ण कदम बताया गया है। जानकारी के अनुसार, इसके अंतर्गत हर महीने लगभग 2 लाख नए आवेदन आते हैं।

इंडियन एक्सप्रेस ने एक सूत्र का हवाला देते हुए लिखा, “यह किसान आईडी यह सुनिश्चित करती है कि आवेदन करने वाला किसान जमीन का मालिक है। इस प्रकार से पीएम-किसान पंजीकरण की प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया जाएगा।” 

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10 राज्यों में किसान आईडी बनाने की प्रक्रिया शुरू 

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए सभी नए आवेदकों को किसान रजिस्ट्री में अपना पंजीकरण कराना होगा। इसके साथ ही आवेदन पत्र में अपनी किसान आईडी देनी होगी। यह नियम 10 राज्यों में 1 जनवरी 2025 से प्रभावी रूप से लागू हैं। इन राज्यों के नाम हैं: आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश। इन राज्यों में डिजिटल कृषि मिशन के तहत किसानों के लिए आईडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है। 

फाइनेंसियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार,फार्मर आईडी एग्री स्टैक (Agri Stack) प्लेटफार्म का एक ज़रूरी हिस्सा है, जो किसानों की पहचान को सुरक्षित करने और उन्हें सरकारी सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने में मददगार होगा। 

आईडी को हासिल करने के लिए किसानों को आधार कार्ड, राशन कार्ड या फैमिली आईडी और जमीन से जुड़ी जानकारी देनी होगी। 

क्या है किसान आईडी?

किसान पहचान पत्र या किसान आईडी एक ऐसा अद्वितीय डिजिटल पहचान पत्र होता है, जो आधार की तरह ही राज्य के भूमि रिकॉर्ड से जुड़ा हुआ होता है। इसमें किसान की व्यक्तिगत जानकारी, बोई गई फसलों और मालिकाना अधिकार की जानकारी होती है। 

‘किसान रजिस्ट्री’ क्या है?

किसान आईडी के ज़रिये से एक डेटा संग्रह तैयार किया जाएगा, जिसे ‘किसान रजिस्ट्री’ कहा जाएगा। यह रजिस्ट्री केंद्र सरकार के डिजिटल कृषि मिशन के तहत कृषि क्षेत्र में डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए तीन रजिस्ट्री में से एक होगी। इसे पिछले साल केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। 

बता दें, डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर (Digital Public Infrastructure) का मतलब है वह डिजिटल प्रणाली और संरचना जो जनता के लाभ के लिए बनाई जाती है। इसमें विभिन्न सरकारी सेवाएं, जानकारी और सुविधाएं ऑनलाइन मौजूद होती हैं। यह इंफ्रास्ट्रक्चर एक तरह का डिजिटल ढांचा होता है, जो लोगों को सरकार की सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करने का काम करता है। 

कितने लोगों को मिला ‘किसान आईडी’ का लाभ?

रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने इस साल मार्च तक 6 करोड़ किसान आईडी बनाने का लक्ष्य रखा है। 7 जनवरी तक 1 करोड़ किसान आईडी बन चुके हैं। 

‘किसान आईडी’ से क्या है लाभ?

– किसान आईडी की मदद से किसान रजिस्ट्री के लाभ के बारे में जाना जा सकता है। 

– इससे किसानों को बार-बार केवाईसी की जरूरत नहीं। 

– किसान रजिस्ट्री से किसानों की योग्यता की पुष्टि होती है। 

– बताया गया है कि किसान रजिस्ट्री में रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों को भविष्य में पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त का लाभ मिलेगा। 

– किसान रजिस्ट्री के बाद किसानों को एक डिजिटल आईडी यानी गोल्डन कार्ड मिलेगा। 

– किसान रजिस्ट्री की मदद से किसानों की आजीविका में सुधार के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जा सकती हैं। 

– किसान रजिस्ट्री बैंक से कर्ज लेने में मददगार होगी। 

– खाद, बीज, कृषि उपकरण खरीदने में सब्सिडी की सुविधा दी जाएगी। 

‘किसान आईडी’ बनाने हेतु ज़रूरी दस्तावेज़ 

– आधार कार्ड

– आधार से लिंक मोबाइल नंबर

– फैमिली आईडी या राशन कार्ड

– जमीन की खतौनी, जिस पर गाटा या खसरा संख्या होता है

‘किसान आईडी’ के लिए ऐसे करें आवेदन  

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– एग्रीस्टैक प्लेटफार्म के यूपी फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल upfr.agristack.gov.in/farmer-registry-up/ पर जाएं। 

– अब दाईं ओर जहां ऑफिसियल लिखा है, उसकी जगह ‘फार्मर’ (farmer) विकल्प चुनें। 

– अगर आप पहली बार इस वेबसाइट पर आ रहे हैं तो आप अपना नया अकाउंट बनाये।  

– नया अकाउंट बनाने के लिए आप आधार ई-केवाईसी ( eKYC) करें। इसके बाद पुष्टिकरण के लिए आधार लिंक मोबाईल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी भरकर सबमिट का बटन दबाएं। 

– केवाईसी पूरी होने के बाद आपकी स्क्रीन पर ‘डेमोग्राफिक डिटेल’ (Demographic Details) यानी ‘जनसांख्यिकीय जानकारी’ दिखाई देगी। 

– पूछी गई जानकारी को सही से पुष्टि करके भरें। 

– इसके बाद नीचे की ओर एग्री स्टैक प्लेटफार्म से मोबाइल नंबर लिंक करने के लिए कहा जाएगा। 

– आप चाहें तो यहां आधार लिंक मोबाइल नंबर ही भर सकते हैं। पुष्टि के लिए दोबारा ओटीपी आएगा, उसे भरें। 

– यह ध्यान रखें कि इस प्लेटफार्म प्लेटफार्म पर एक अकाउंट से एक ही मोबाइल नंबर लिंक हो सकता है। अगर आप किसी दूसरे अकाउंट के लिए पहले इस्तेमाल हो चुके मोबाइल नंबर को एग्रीस्टैक प्लेटफार्म पर दोबारा लिंक करने की कोशिश करते हैं, तो वह नहीं हो सकता। 

– अब आपको पासवर्ड बनाने के लिए कहा जाएगा। 

– यहां आप अल्फाबेट/अक्षर (A,a), डिजिट/नंबर (123) और स्पेशल कैरेक्टर जैसे @, # के मिश्रण के साथ पासवर्ड बना सकते हैं। 

– अब एग्रीस्टैक प्लेटफार्म लिंक मोबाइल नंबर और पासवर्ड या ओटीपी का विकल्प चुनकर कैप्चा कोड भरें। इसके बाद लॉगइन करें। 

– फार्मर रजिस्ट्रेशन/ किसान रजिस्ट्रेशन के लिए स्क्रीन पर नजर आ रहे ‘रजिस्टर एज फार्मर’ बटन पर क्लिक करें। 

– आपसे मोबाइल नंबर बदलने के लिए पूछा जाएगा। आप यह हां और ना बटन का चयन कर सकते हैं। 

– अब आप ‘संपर्क जानकारी’ में किसान का ईमेल आईडी भरकर पुष्टि कर लें। इसके लिए आपके इमेल आईडी पर ओटीपी आएगा। यह एक विकल्प है, जिसे आप चाहें तो छोड़ भी सकते हैं। 

– आगे अपना नाम, पिता का नाम अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषा में चेक कर लें। आप जिस भी वर्ग से संबंध रखते हैं उसे चुनें। 

– पता भी दोनों भाषाओं में चेक कर लें। अगर आपको घर के पते में कोई बदलाव करना है तो नीचे चेक बॉक्स (Insert latest residential details) पर क्लिक करके अपने पते को अपडेट करें। 

– आगे Land Ownership Details/भूमि मालिकाना अधिकारी की जानकारी में owner/मालिक को चुनें। 

– व्यवसायिक जानकारी/ Occupation Details में कृषि व भूमि स्वामी किसान (Agriculture & Land owning Farmer) दोनों चेक बॉक्स पर क्लिक करें। 

– अब Land Details – Owned Land/ भूमि विवरण – स्वामित्व वाली भूमि विकल्प में जमीन की जानकारी डालने के लिए Fetch Land Details पर क्लिक करें। 

– अब अपने जिले, तहसील और गांव का नाम चुनें। इसके बाद Survey Number/ सर्वे संख्या बॉक्स में अपनी जमीन का गाटा या खसरा नंबर भरें और सबमिट बटन पर क्लिक करें। 

– यह करते ही आपकी स्क्रीन पर एक नया बॉक्स आएगा जिसमें Owner and Identifier/ स्वामी और पहचानकर्ता के नामों की सूची खुलेगी। 

– इसमें से अपना नाम चुनें। अब स्क्रीन पर नीचे की ओर खुले बॉक्स में अपने सभी जमीन की जानकारी की पुष्टि करने के लिए Verify All Land/ सभी भूमि का सत्यापन करें बटन पर क्लिक करें। 

– नीचे Social Registry Details/ सामाजिक रजिस्ट्री विवरण में राशन कार्ड की जानकारी या फैमिली आईडी भरें। 

– डिपार्टमेंट अप्रूवल/ विभागीय अनुमोदन के लिए रेवेन्यू को चुनें। नीचे चेक बॉक्स में क्लिक करके अपनी सहमति दें और सुरक्षित बटन पर क्लिक करें। 

– अब Proceed eSign/ आगे बढ़ाएं बटन पर क्लिक करें। eSign/ई-साइन करने के लिए अपना आधार नंबर भरें। आधार लिंक नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी भरकर आखिरी में सबमिट बटन पर क्लिक करें। 

– ऐसा करते ही फार्मर आईडी प्राप्त करने के लिए आपकी प्रक्रिया पूरी हो जायेगी। आपको एक फार्मर एनरोलमेंट नंबर जारी होगा। 

– आप एनरोलमेंट नंबर की मदद से फैमिली आईडी जनरेट होने का स्टेटस चेक सकते हैं। 

योजना के तहत तीन किस्तों में मिलते हैं पैसे 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना के तहत, पात्र किसान परिवारों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये तीन समान किस्तों में मिलते हैं। हर चार महीने में 2 हज़ार रूपये सीधे उनके बैंक खाते में डाले जाते हैं।  

इस योजना की शुरुआत 24 फरवरी, 2019 को लोकसभा चुनावों से पहले की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र के वाशिम में पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त जारी की थी। इस किस्त के तहत, पीएम-किसान राशि देश भर के 9.4 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में ट्रांसफर की गई है। 

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