उत्तर प्रदेश जिला बांदा तिदवारी ब्लॉक के दतरौली गांव के लोगों का कहना है कि 14 नवंबर 2020 को तार में तार छू जाने की वजह से नीम के पेड़ में आग लग गयी। जिसकी वजह से साथ में खड़ा खंभा और उस पर लगा ट्रांसफार्मर भी टूटकर गिर गया। जिसकी वजह से लगभग एक हफ्ते से गाँव में बिजली नहीं है। घटना की जानकारी लोगों ने बिजली विभाग को भी थी। लेकिन लोगों का आरोप है कि विभाग के अधिकारी बस गाँव में आये, घटना-स्थल को देखा और बिना कोई कार्यवाही करे वापस चले गए।
लोगों का कहना है कि बिजली ना होने की वजह से उनका कारोबार ठप्प पड़ा हुआ है क्यूंकि सारे काम बिजली से चलते थे। बिजली ना होने की वजह से ना तो फोन चार्ज हो पाता है और ना ही वह टॉर्च को चार्ज कर पाते हैं। लोगों का कहना है कि वह रात को टॉर्च लेकर अपने खेतों की रखवाली के लिए जाते हैं ताकि कोई जानवर उनकी फसलों को बर्बाद ना कर दे। लेकिन बिजली ना होने की वजह से अब किसानों को अपनी फसल बर्बाद होने का ज़्यादा खतरा महसूस होने लगा है।
लोगो का कहना है कि उन्होंने संबंधित अधिकारी को बिजली के सुधार और दूसरा ट्रांसफार्मर लगाने को कहा था। जिस पर अधिकारी का यही कहना था कि जब तक उच्च अधिकारीयों द्वारा आदेश नहीं आएगा, वह कुछ नहीं कर सकते। ऐसे में परेशान किसान और गाँव के लोग क्या करे ? जिनसे उन्हें मदद की उम्मीद थी, वह भी उन्हें बस इंतज़ार करने को कह रहा है।
आखिर और कितने समय तक लोग अँधेरे में अपना जीवन बिताएंगे ? उनका रोज़गार कैसे चलेगा? के.डी अवस्थी, एसएसओ पलरा पावर हाउस, ब्लॉक तिंदवारी का कहना है कि गांव वाले की लापरवाही से खम्भे टूटे हैं और ट्रांसफॉर्म टूट कर नीचे गिर गया है , लोगों ने एक बार भी बिजली विभाग को सूचना नहीं दी हैl इसका एस्टीमेट जेई बनाकर डाल दिया है,जब बजट पास होकर आयेगा तभी दूसरा ट्रांसफर्मर रखा जाएगा l