छतरपुर जिले के ग्राम गांव में बिजली ना मिलने से वहां के रहने वाले एक परिवार को काफ़ी समस्याएं हो रही है। परिवार काफी बड़ा है और परिवार के कुछ अलग-अलग घर में रहते हैं। लेकिन किसी भी घर मे बिजली की कोई भी सुविधा नहीं है। परिवार की शिकायत है कि बिजली ना होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई में मुश्किल हो रही है। साथ ही सांप-बिच्छू भी रात के अंधेरे में घर में घुस जाते हैं। परिवार डलिया बनाने का काम करता है और मोमबत्ती या मिट्टी के तेल से चिराग जलाकर घर में रोशनी करता है।
कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। परिवार बिजली विभाग भी गया लेकिन अधिकारियों द्वारा कह दिया गया क्योंकि उनका घर बिजली के खंभे से काफ़ी दूर है। इसलिए वहां तक बिजली नहीं पहुंच पाती। जब वह सरपंच से समस्या कहते हैं तो सरपंच उन्हें विभाग जाने के लिए कहता है। विभाग जाओ तो वह लोग भी उन्हें वापस भेज देते हैं। कुछ समय बाद फिर सरपंच ही कहते हैं कि एक हफ़्ते में परिवार के घर के लाइट लग जाएगी। अगर नहीं लगेगी तो वह अपने घर से लगवा देंगे। अब इस बात में कितनी सच्चाई है, यह तो लाइट लगने के बाद ही पता चलेगा।