अक्सर देखने या सुनने को मिलता है की गाँव या शहरों में जरा सी बरसात में भी नाली कीचड़ से भर जाती है। इसकी वजह है कि इस गाँव में नाली नहीं बनी हुई है। नाली न बनी होने के कारण न सिर्फ बरसात का पानी सड़क पर जमा होता है, बल्कि लोगों के घरों से निकलने वाला घरेलू पानी भी सड़कों पर ही बहता है। इससे लोगों की समस्यायें बढ़ जाती हैं। इस दशा में न सिर्फ़ गाँव की सूरत बिगड़ती है, बल्कि अनेक बीमारियां भी जन्म लेती हैं। लेकिन कोई इधर ध्यान नहीं देता, जब गांव में विकास का पहिया थम जाता है और कोई सुनवाई नहीं होती तो लोग सड़कों पर उतरते हैं या वोट बहिष्कार करते हैं।
बारिश का मौसम शुरू हो गया है लेकिन कई गांव ऐसे हैं जहाँ नाली की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। कहीं सफाई के अभाव में नालियां भठी पड़ी हैं तो कहीं पानी निकासी की समस्या से सड़कों पर गन्दा पानी भर रहा है। सफाई की स्थिति खराब होने से नागरिक गंदगी व मच्छरों की समस्या से तंग रहते हैं। बरसात में भरे नाले उफनाते हैं, जिससे गंदा पानी घरों में भरता है। गलियां जलमग्न हो जाती हैं। लेकिन सफाई का कार्य नहीं हो सका है। आज हम बात कर रहे हैं चित्रकूट जिले के मानिकपुर क़स्बा के वार्ड नंबर 2 की।
यहाँ के कामता प्रसाद, गोमती का आरोप है यहाँ नाली नहीं बनी है और जो बनी भी है वहां खतरा है क्योंकि वह नाली बिजली के खम्भे के पास है। जहाँ कई बार करंट लगने से घटना घट चुकी है दो महीना पहले एक गाय की मौत हो गई थी बरसात का मौसम है और लॉकडाउन भी चल रहा है इस कारण से कोई विकास का काम नहीं हो रहा है लेकिन यहां पर बहुत खतरा का डर बना हुआ है। अभी एक बेजुबान जानवर की करंट उतरने से मौत हुई है यह इंसान के साथ हो सकता है।
हिमांशु ने बताया की मालीपुर टाउन एरिया में कई बार चेयरमैन विनोद कुमार को दरखास दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। इस कारण से हम काफी परेशान हैं। नाली बन जाए तो हम सब सुरक्षित हो जाए। जब इस बारे में एसडीएम मानिकपुर से बात की तो उनका कहना है लॉकडाउन के चलते काम बंद पड़े थे लेकिन अब काम शुरू हो गए हैं तो उसमें काम लगवा देंगे। जब चेयरमैन विनोद कुमार से बात की गई तो उनका कहना है सरकार से बजट आएगा तो वहां पर काम लगवाया जायेगा।