उत्तर प्रदेश बांदा जिला के तिंदवारी ब्लाक के ग्राम पंचायत पपरेंदा में 27 अगस्त 20 20 को रात में संत कुमार ने घर के कहार से परेशान होकर बाहर बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है परिवार वालों का आरोप है कि संत कुमार बीए बीएसी की पढ़ाई करता था पूरी पढ़ाई करने पर ढाई लाख की मांग की जा रही थी |
जिसमें संत कुमार ने अपने परिवार में ढाई लाख रुपए की मांग की थी उसको नौकरी की जॉब जो करता था उसका पेपर देना था जहां पर ढाई लाख रुपया लगना था गरीब मजदूर आदमी था इस कारण से वह ढाई लाख रुपया नहीं दे पा रहा था इसी से संत कुमार अपने परिवार वालों से परेशान था और बहुत दुखी था |
इसी बात को लेकर संत कुमार ने 27 अगस्त 2020 को बाहर गांव के बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है उसने अपने बड़े भाई से फोन पर बताया था कि मुझे ढाई लाखरुपये फार्ज जमा करने में लगना है मास्टरई का फार्म जो आया था उसको उसी में ढाई लाख रुपया जमा करना था उसने कहा था कि अभी नहीं हो पाएगा किसी तरह से जुगाड़ करेंगे अगर हो जाएगा |
तो आपको दे देगे संत कुमार का गरीब पिता मजदूरी करके अपना परिवार किसी तरह से पालन पोषण करता था गरीबी के कारण उसके पास पैसा नहीं था पिता शिव मोहन ढाई लाख रुपया देने से इनकार किया इसी बात को लेकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है इस मामले में चिल्ला थाना एसओ का कहना है कि वह घर से आर्थिक तंगी से परेशान था इसी बात को लेकर उसने घर से 1 किलोमीटर दूरी बाहर बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है हम मौके में जाकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला बांदा के लिए भेज दिया |