महोबा जिले के महुआ गाँव में विकलांगो का विकलांग पास भी बना हुआ है पर स्टॉप ना होने के कारण विकलांगों को रोडवेज बस में यात्रा करने को नहीं मिलता है इससे विकलांग परेशान होकर पहले दूसरे गांव जाते हैं अपने गांव से फिर उनको साधन मिलता है रोडवेज का उनका विकलांगों का आरोप है कि हमारे गांव से ही मेन रोड महोबा झांसी की रोड है पर हम विकलांगों को इस रोडबेज का सुविधा नहीं मिल पा रहा है
सवारियों के लिए तो बस वाले बैठा लेते हैं पर जब हमको विकलांगों को देखते हैं तो बस ही नहीं रोकते हैं उनका यही है कि क्या विकलांगों से पैसा नहीं मिलना है इस वजह से बस नहीं रुकती हैं चाहे दिन भर खड़े रहे पर किसी बस है जो रुक जाए नहीं कोई भी बस नहीं रुकती हैं अगर महोबा से बैठते भी हैं
अपने गांव के लिए तो कहते हैं कि तुम्हारा वहां स्टाफ नहीं है आप यहीं रुक जाइए 8 किलो 6 किलोमीटर दूर उतार देते हैं विकलांगों का कहना है कि सरकार तो हमारे लिए फ्री यात्रा के लिए पास बना दिया है लेकिन यह पास का फायदा हम लोगों का नहीं मिल पा रहा है