22 नवम्बर 2018, लोकल हीरो, hindi news
हर रोज़ गिरकर भी मुकम्मल खड़े है ऐ ज़िन्दगी देख, मेरे हौंसले तुझसे भी बड़े हैं। ये पंक्तियाँ उत्तम सिंह ने इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराकर चरितार्थ कर दी है। महोबा ज़िले के सुगिरा गॉंव के उत्तम सिंह यादव बिना किसी स्टेडियम व किसी कोच के पहोड़ों पर योग करते हैं। ऊबड़-खाबड़ ज़मीन में और पहाड़ों पर हाथों के बल चलकर उन्होंने इतिहास रचा है। एक पैर से विकलांग होने के बाद भी उनके हौंसले बुलंद हैं। उन्हें अपनी इस योग के लिए सबसे पहले मथुरा में पुरुस्कृत किया गया था। अभी हाल ही में उन्हें 8 अगस्त 2018 को लखनऊ में पुरुस्कृत किया गया है।