बांदा जिले के महुआ ब्लॉक अंतर्गत आने वाले मोतियारी गाँव का बड़ा तालाब बहुत ही मशहूर तालाब माना जाता है। यहाँ के लोगों ने बताया कि एक समय था कि कितनी भी गर्मी और धूप हो लेकिन यह तालाब कभी नहीं सूखता था और उसी से पूरे गाँव का निस्तार होता था। लेकिन आज कई सालों से यह तालाब सूखा पड़ा हुआ है जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस तालाब में पिछले वर्ष खुदाई भी हुई थी जिसका उद्देश्य यह था कि इसमें फिर से पहले जैसा पानी भरा रह सके लेकिन अभी भी वही स्थिति बनी हुई है और तालाब सूखा पड़ा हुआ है।
लोगों का कहना है कि यह तालाब ऊंचाई में है और कहीं से भी पानी के आवागमन का स्रोत नहीं है। इसलिए 12 महीने सूखा पड़ा रहता है सिर्फ बरसात में थोड़ा बहुत बारिश के पानी से ही भरता है जिसके कारण लोगों को निस्तार के लिए और जानवरों के पानी पीने के लिए काफी दिक्कतें होती हैं। क्योंकि गर्मी में कहीं पर पानी की व्यवस्था नहीं रह जाती इसलिए जानवर पानी के लिए भटकते रहते हैं, जिनके घरों में जानवर पले हुए हैं वो लोग नलों से किसी तरह पानी पिलवा लाते हैं। लेकिन जो बाहरी जानवर हैं वह इधर-उधर भटकते रहते हैं या फिर नदियों में और नालों में जाकर पानी पीते हैं।
लोगों का कहना है कि पिछले साल जब खुदाई हुई थी तब भी लोगों ने मांग की थी कि यहां पर एक ट्वबेल लगवा दिया जाए और उसके माध्यम से तालाब में पानी भरा रह सके और लोगों के निस्तार के लिए और जानवरों के पीने के लिए सुविधा हो सके। जिसके लिए कई बार ये लोग तहसील से लेकर विधायक तक मांग के लिए भी गए पर कोई सुनवाई नहीं हुई। जब हमने नरैनी ब्लॉक के विधायक राज करण कबीर से इस मामले को लेकर बात करनी चाही, तो उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया जिसके कारण हमें कोई जवाबदेही नहीं मिल पायी है।
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