खबर लहरिया Blog क्या सजा से बचने के लिए निर्भया के दोषियों ने खेला एक और नया पैतरा?

क्या सजा से बचने के लिए निर्भया के दोषियों ने खेला एक और नया पैतरा?

निर्भया गैंगरेप और मर्डर के दोषियों के पास फांसी टालने का विकल्प खत्म होने लगा तो अब वो नए तिकड़म में जुट गए हैं। चारों आरोपियों को 3 मार्च को सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जायेगा। बताया जा रहा है कि तिहाड़ जेल में बंद  विनय शर्मा नाम के दोषी ने गुस्से में आकर  16 फरवरी को खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की। वह तिहाड़ जेल के बैरक नंबर तीन में रह रहा है। जानकारी के अनुसार विनय ने जेल के ग्रिल्स में अपना हाथ फंसाकर फ्रैक्चर करने की भी कोशिश की। उसके वकील एपी सिंह ने कहा कि विनय की मां ने उन्हें अगले दिन 17 फरवरी को विनय से मिलने आई थी लेकिन विनय ने अपनी मां को पहचानने से भी इनकार कर दिया था। एपी सिंह ने कहा कि विनय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से उसकी दिमागी हालत और ज्यादा बिगड़ गई है।  

   जेल अथॉरिटीज ने कहा कि निर्भया के दोषियों पर वॉर्डन इनचार्ज की कड़ी नजर रहती है, फिर भी विनय खुद को चोट पहुंचाने में सफल हो गया। हालांकि, वॉर्डन ने उसे रोका, लेकिन तब तक वह घायल हो चुका था। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे छोड़ दिया गया।

अब दोषी विनय शर्मा की ओर से उसके वकील एपी सिंह ने याचिका दाखिल की है. इस याचिका में विनय की मानसिक स्थिति को खराब बताते हुए उसका इलाज कराने की मांग की गई है.अपनी अर्जी में कहा गया है कि विनय शर्मा चोट लगने के बाद अपनी मां तक को नहीं पहचान पा रहा है. वकील की तरफ से कहा गया है कि उसे गंभीर मानसिक बीमारी सिजोफ्रेनिया हो सकती है. ऐसे में उसका मेडिकल चेक अप करवाया जाए और उसकी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल हो. इस याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट ने तिहाड़ जेल को कहा कि दोषी विनय का ट्रीटमेंट कराया जाए.कोर्ट ने कहा है कि 22 फरवरी को इस मामले में वो दोबारा सुनवाई करेंगे. अब 22 फरवरी के फैसले पर सब की निगाहें है क्या इस बार दोषियों को सजा मिल पाएगी या फिर पिछली बार की तरह एक और नई