दीपावली आते ही बाज़ारें सज जाती है। तरह-तरह के दीये से लेकर बर्तन की दुकानें तक सज जाती है। सजे भी क्यों ना दीवाली से पहले खरीददारी जो होती है। जी हाँ खरीददारी और सबसे ज्यादा खरीददारी होती है धनतेरस के दिन। हम भी निकल पड़े यूपी की गलियों में ये जानने की उनके लिए धनतेरस का मतलब और मान्यता क्या है ?
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