दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर इलाके के Rau’s IAS Study Circle कोचिंग सेंटर की इमारत के बेसमेंट में शनिवार,27 जुलाई की शाम को भारी बाढ़ के बाद पानी भर जाने से उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नवीन दल्विन की मौत हो गई।
Delhi Rau’s IAS centre Aspirants Deaths: दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर इलाके के Rau’s IAS Study Circle कोचिंग सेंटर में तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की बेसमेंट में डूबने से हुई मौत के बाद मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली अग्निशमन विभाग ने राऊ आईएएस कोचिंग के बिल्डिंग की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बिल्डिंग की एनओसी रद्द कर दी जाएगी।
इसके साथ ही 3 यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत के विरोध में भाजपा पार्षद एमसीडी सदन में मेजों पर खड़े होकर और तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखे। बीजेपी पार्षदों के विरोध के बाद आज का सदन स्थगित कर दिया गया।
लाइव मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, एमसीडी ने राजेंद्र नगर इलाके के जूनियर इंजीनियर (जेई) की सेवाएं समाप्त कर दीं और असिस्टेंट इंजीनियर (एई) को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई नगर निगम द्वारा करोल बाग क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटरों के 13 बेसमेंट को सील करने के एक दिन बाद हुई है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नवीन दल्विन की शनिवार,27 जुलाई की शाम को भारी बाढ़ के बाद कोचिंग सेंटर वाली इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से मौत हो गई थी।
अपने साथियों की हुई मौत के बाद सभी उम्मीदवार इंसाफ की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने मामले को लेकर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने पुराने राजिंदर नगर कोचिंग सेंटर से संबंधित मुद्दों पर एक आपात बैठक बुलाई है।
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भाजपा ने आप सरकार को बताया छात्रों की मौत का ज़िम्मेदार
लोकसभा व राज्यसभा में भी इस गंभीर मामले को लेकर चर्चा हो रही है। भाजपा नेता और नई दिल्ली से लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज ने छात्रों की मौत के लिए आप की सरकार को जिम्मेदार ठहराया और मांग की कि घटना की जांच के लिए गृह मंत्रालय के तहत एक जांच समिति गठित की जाए।
घटना के बारे में लोकसभा में बोलते हुए भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, “…वे छात्र IAS परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली आए थे लेकिन दुख की बात है कि दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण उन छात्रों की जान चली गई…एक दशक से AAP दिल्ली में सत्ता भोग रही है लेकिन दिल्ली के लोगों के लिए काम नहीं कर रही है। पिछले 2 सालों से MCD AAP के अधीन है और दिल्ली जल बोर्ड भी उनके अधीन है…मैं गृह मंत्रालय से मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने का अनुरोध करती हूं…”
#WATCH ओल्ड राजिंदर नगर की घटना के बारे में लोकसभा में बोलते हुए भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, “…वे छात्र IAS परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली आए थे लेकिन दुख की बात है कि दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण उन छात्रों की जान चली गई…एक दशक से AAP दिल्ली में सत्ता भोग… pic.twitter.com/Abi9SrswRj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2024
बता दें, दिल्ली पुलिस ने राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल के मालिक, कोर्डिनेटर और 5 अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। इन पर कल्पेबल होमिसाइड (culpable homicide, कोई ऐसा काम करना जिसमें पता हो कि उस काम से किसी की मौत हो सकती है ) और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले में एमसीडी अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है।
उपराष्ट्रपति ने कोचिंग सेंटर को बताया व्यापार
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ कहते हैं, “मुझे नियम 267 के तहत नोटिस मिला है…उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही के कारण दिल्ली में यूपीएससी उम्मीदवारों की दुःखद मौत पर चर्चा की मांग की है…मुझे लगता है कि युवा जनसांख्यिकीय लाभांश देश को आगे बढ़ाना है, मैंने पाया कि कोचिंग व्यापार बन गया है, जब भी हम अखबार पढ़ते हैं, तो पहले एक या दो पन्ने उनके विज्ञापनों के होते हैं…”
विरोध प्रदर्शन के दौरान एमसीडी के अधिकारी मिलने तक नहीं आये – छात्र
छात्रों का विरोध प्रदर्शन आज सोमवार सुबह से ही ज़ारी है। एएनआई से बात करते हुए, यूपीएससी के उम्मीदवार और प्रदर्शनकारी साहिल ने शिकायत करते हुए कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के किसी भी अधिकारी ने उनसे मुलाकात नहीं की।
“हम पिछले दो दिनों से यहां बैठे हैं लेकिन एमसीडी का कोई भी अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया। हमने कल डीसीपी को अपनी मांगें सौंपी – जो मृतक हैं, जो अस्पतालों में भर्ती हैं, उनके बारे में जानकारी, एफआईआर की प्रतियां मांगी गई हैं। साहिल ने कहा, कार्रवाई की जानी है और मृतक के परिवार को ₹1 करोड़ और घायलों को ₹50 लाख का मुआवजा दिया जाना है, लेकिन इसमें से कुछ भी संबोधित नहीं किया गया है।
बायोमेट्रिक बंद होने से हुई छात्रों की मौत?
मीडिया रिपोर्ट्स में छात्रों ने बताया कि जिस बेसमेंट में उम्मीदवारों की मौत हुई और लाइब्रेरी थी उसमें प्रवेश के लिए बायोमेट्रिक ज़रूरी थी जोकि ज़्यादातर बेसमेंट में मौजूद है।
एक छात्र मनीष कुमार ने सोमवार को एएनआई से बात करते हुए कहा, “27 जुलाई को क्या हुआ कि बायोमेट्रिक ब्लॉक हो गया, जिसकी वजह से बेसमेंट में पानी भर जाने से छात्र अंदर फंस गए।”
दिल्ली उच्च न्यायलय में मामले को लेकर दायर याचिका
मामले को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (पीआईएल) भी दायर की गई है, जिसमें राजेंद्र नगर घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन की मांग की गई है, जिसमें तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की जान चली गई थी।
याचिका में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकारियों की जांच के लिए निर्देश देने की भी मांग की गई है जो कथित तौर पर 26 जून, 2024 को मिली एक शिकायत पर कार्रवाई करने में विफल रहे।
याचिकाकर्ता कुटुंब एक गैर सरकारी संगठन है, जिसके ट्रस्टी जितेंद्र सिंह हैं व जिसका प्रतिनिधित्व वकील रुद्र विक्रम सिंह ने किया है। याचिका में अवैध व्यावसायिक निर्माण की जांच और समाधान के लिए दिल्ली के हर जिले में जिला स्तरीय समितियां गठित करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है, “अदालत के पहले आदेश के अनुसार मुखर्जी नगर घटना के संबंध में एक कार्रवाई रिपोर्ट जमा करें। अवैध रूप से संचालित होने वाले या मानक मानदंडों का पालन नहीं करने वाले कोचिंग संस्थानों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया जाए।”
मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आलोचना की और X पर लिखा, “दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी।”
दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी।
सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
इन्फ्रास्ट्रक्चर का ये…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 28, 2024
छात्रों की मौत का मामला बेहद गंभीर है जिसे लेकर तरह-तरह से चर्चाएं चल रही हैं लेकिन यह चर्चाएं अभी से नहीं बल्कि काफी समय से चलती आ रही हैं। हर साल छात्रों से जुड़ी कुछ इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं जहां कोचिंग सेंटर छात्रों की सुरक्षा की तरफ अनभिज्ञ रहते हैं और कुछ समय के बाद यह मामले फिर दब जाते हैं।
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