केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा ज़ारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह मुंडका में AQI 498, जहांगीरपुरी में 491, आरके पुरम में 486 और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (T3) पर 473 था।
#DelhiAirPollution: दिल्ली की हवा ज़हरीली गैस चैम्बर बन चुकी है। स्विस ग्रुप IQAir (वायु गुणवत्ता सूचकांक) द्वारा संकलित किये गए दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में आज शुक्रवार को नई दिल्ली का नाम सबसे ऊपर रहा। दिल्ली का AQI 611 दर्ज़ किया गया व इसे ‘खतरनाक श्रेणी’ में रखा गया है।
डॉक्टर्स के अनुसार, ज़हरीली हवा का सबसे ज़्यादा असर, गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुज़ुर्ग व्यक्ति पर पड़ेगा।
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सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें – बाल रोग विशेषज्ञ
दिल्ली के वायु प्रदूषण को लेकर सर गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ. धीरेन गुप्ता ने एएनआई को बताया,”प्रदूषण वयस्कों की तुलना में बाल आयु वर्ग को ज़्यादा प्रभावित करने वाला है… एक बार जब आप गर्भावस्था में इसके संपर्क में आ जाते हैं, तो इसकी बहुत अधिक संभावना होती है।” एक अजन्मे नवजात शिशु को बाद में एलर्जी हो सकती है। शुरूआती अवस्था में, फेफड़ों और अन्य क्षेत्रों में चीज़ें दोबारा से बनती हैं। यह उनके जीवन को प्रभावित करता है… आजकल हर सड़क धूम्रपान क्षेत्र की तरह है। यह न सिर्फ उन रोगियों को प्रभावित करता है जिन्हें एलर्जी है या अस्थमा है बल्कि सामान्य लोगों को भी करता है… सुबह जल्दी या देर शाम को बाहर जाने से बचने की कोशिश करें क्योंकि उस समय प्रदूषण का स्तर बहुत ज़्यादा होता है। अधिक से अधिक, आप N95 मास्क पहन सकते हैं… हम कुछ उपाय कर सकते हैं ताकि हम इस प्रदूषण में योगदान न करें…”
#WATCH | On air pollution in Delhi, Dr. Dhiren Gupta, senior pediatrician, Sir Ganga Ram Hospital, says, “Pollution is going to impact more the pediatric age group than adults… Once you are exposed in pregnancy, there are very high chance that an unborn newborn will be allergic… pic.twitter.com/IY6DD3UNFy
— ANI (@ANI) November 3, 2023
दिल्ली में आज का वायु गुणवत्ता सूचकांक
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा ज़ारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह मुंडका में AQI 498, जहांगीरपुरी में 491, आरके पुरम में 486 और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (T3) पर 473 था।
इसके अलावा, नोएडा में कई स्थानों पर AQI भी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया। सेक्टर 62, सेक्टर 1 और सेक्टर 116 में 483, 413 और 415 वायु गुणवत्ता दर्ज की गई है।
Click on the link below to know the #AQI of 236 cities in the country.https://t.co/iLGya1Fyci #SameerApp #CPCB #AQIUpdate @byadavbjp @AshwiniKChoubey @moefcc @mygovindia @PIB_India pic.twitter.com/RId4RRuApk
— Central Pollution Control Board (@CPCB_OFFICIAL) November 2, 2023
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प्रदूषण के रोकथाम हेतु सरकार द्वारा उठाये गए कदम
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, वीरवार को सेंटर प्रदूषण नियंत्रण पैनल ने वायु गुणवत्ता स्तर (एक्यूआई) के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की वजह से गैर-ज़रूरी निर्माण कार्य, पत्थर तोड़ने और खनन को रोकने के निर्देश ज़ारी किये हैं।
इसके आलावा आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल चार पहिया वाहनों के चलने पर रोक लगा दी है।
वायु प्रदूषण से बचने के लिए यह करें
– घर में रहें
ज़रूरी काम होने पर ही बाहर निकलें। जितना हो सके बाहर जाने से बचें व बाहर की जाने वाली किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि को न करें। जितना हो सके घर में ही रहे।
– बाहर जाते समय मास्क पहनें
मास्क पहना भी एक सरल उपाय है जो पीएम10 और (कुछ मामलों में) पीएम2.5 जैसे सूक्ष्म कणों को शरीर में प्रवेश करने से रोक सकता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि एन95 मास्क वायु प्रदूषण के खिलाफ एक अच्छा स्त्रोत व उपकरण है।
वायु शुद्ध करने वाले पौधों का उपयोग करें
घर में वायु की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए घरों और कार्यालयों में तुलसी, स्पाइडर प्लांट, एलोवेरा जैसे हवा साफ़ करने वाले पौधे लगाएं। बाज़ार में बहुत सारे इनडोर पौधे उपलब्ध हैं जिन पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत नहीं होती।
– हाइड्रेटेड रहें/ पानी पीते रहें
पूरे दिन पानी पीते रहना, इस दौरान बेहद ज़रूरी है। आप नारियल पानी या ताज़ा नींबू पानी पीएं। आप सब्ज़ी व फलों का भी जूस पी सकते हैं।
– समृद्ध आहार लें
एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन और हरी सब्जियों भरपूर रूप से लेना ज़रूरी है। यह आपके शरीर को वायु प्रदूषण से होने वाले हानिकारक प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है।
– सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें
अकेले गाड़ी चलाने की तुलना में, सार्वजनिक परिवहन लेने से कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन कम होता है, वातावरण में प्रदूषक कम होते हैं और वायु की गुणवत्ता में भी सुधार होता है।
इसके अलावा जितना हो सके सुबह व्यायाम करने से बचें व धूम्रपान न करें। अगर आपको वायु प्रदूषण से ज़्यादा समस्या हो रही है तो भरोसेमंद व इसकी जानकारी रखने वाले डॉक्टर को ज़रूर से दिखाएं।
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