मतदान खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल की भी ख़बरें सामने आईं जिसके अनुसार पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में सरकार बना सकती है। वहीं सत्ता की आम आदमी पार्टी के जीतने का सिलसिला ख़त्म हो सकता है। कांग्रेस, आप और भाजपा के बीच कहीं नज़र आ रही।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: दिल्ली में 5 फरवरी 2025 की रात 11:30 बजे तक 60.42 प्रतिशत मतदान दर्ज़ किया गया – चुनाव आयोग ने जानकारी दी। वहीं सबसे अधिक मतदान उत्तर पूर्वी दिल्ली व सबसे कम मतदान दक्षिण पूर्वी दिल्ली में हुआ है।
मतदान खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल की भी ख़बरें सामने आईं जिसके अनुसार पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में सरकार बना सकती है। वहीं सत्ता की आम आदमी पार्टी के जीतने का सिलसिला ख़त्म हो सकता है। कांग्रेस, आप और भाजपा के बीच कहीं नज़र आ रही।
‘एग्जिट पोल’ को समझा जाये तो इसका मतलब होता है, चुनाव के दिन मतदान खत्म होने के बाद मतदानकर्ताओं से किये गए सर्वे की रिपोर्ट। इसमें वोट देने वाले लोगों से उनके मत के बारे में पूछा जाता है। इस आधार पर यह अनुमान लगाया जाता है कि चुनाव परिणाम किस तरह के आ सकते हैं।
इसका सीधा-सा मतलब है, हवा में तीर मारना। जहां जानकारी बस अनुमान या भविष्यवाणी की तरह दी गई है और उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
एग्जिट पोल के नतीजों पर पार्टियों ने क्या कहा?
एग्जिट पोल को लेकर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आज गुरुवार को कहा, “अगर बीजेपी एग्जिट पोल्स से खुश है, तो उन्हें उसी के आधार पर सरकार बनानी चाहिए – उन्हें मुख्यमंत्री और कुछ मंत्री बना लेने चाहिए। ये एग्जिट पोल्स एक दिन तक ही होते हैं – असली नतीजे बाद में घोषित होंगे। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री होंगे और आप सरकार बनाएगी।”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि दिल्ली भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है।
वहीं कांग्रेस के सांसद प्रमोद तिवारी ने विश्वास से कहा कि आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही चुनाव में हार का सामना करेंगी।
ये एग्जिट पोल रहे बीजेपी के पक्ष में
बुधवार को सामने आये अधिकार एग्जिट पोल्स में यह अनुमान किया गया कि भाजपा 27 सालों बाद सत्ता में आ सकती है। वहीं आम आदमी पार्टी दूसरे स्थान पर आ सकती है और कांग्रेस तीसरे स्थान पर।
चाणक्य नीति के अनुसार, बीजेपी और सहयोगी पार्टियों को 39 से 44 सीटें मिल सकती हैं। आम आदमी को 25 से 28 सीटें और कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिल सकती हैं।
वहीं जेवीसी द्वारा किये गए एग्जिट पोल में बीजेपी गठबंधन को 39 से 45 सीटें, आम आदमी पार्टी को 22 से 31 सीटें, और कांग्रेस को 0 से 2 सीटें दी गई हैं।
मतदान विशेषज्ञ डीवी रिसर्च ने भविष्यवाणी की कि बीजेपी नेतृत्व वाले गठबंधन को 36 से 44 सीटें मिल सकती हैं। आम आदमी पार्टी को 26 से 34 सीटें मिल सकती हैं, वहीं कांग्रेस का खाता न भी खुलने का अनुमान है। इस पोल के अनुसार, बीजेपी को 46% वोट शेयर, AAP को 44% और कांग्रेस को 8% वोट मिल सकते हैं।
पी-मार्क (P-Marq) ने बीजेपी गठबंधन को साफ़ तौर पर बहुमत के साथ जीतते हुए बताया है। बीजेपी गठबंधन को 39-49 सीटों के साथ 45 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान जताया है। आप पार्टी को 21-31 सीटें और 42% वोट शेयर, और कांग्रेस को 0 से 1 सीट और 9% वोट शेयर मिलने का अनुमान है।
पीपल्स इंसाइट (People’s Insight) ने बीजेपी गठबंधन को 40-44 सीटें, आप पार्टी को 25-29 सीटें, और कांग्रेस को 0 से 2 सीटें दीं हैं।
पीपल पल्स (Peoples Pulse) के अनुसार, बीजेपी गठबंधन को 51-60 सीटें, आप पार्टी को 10-19 सीटें और कांग्रेस को 0 सीटें मिल सकती हैं।
पोल डायरी (Poll Diary) ने बीजेपी गठबंधन को 42-50 सीटें, आप पार्टी को 18-25 सीटें, और कांग्रेस को 0 से 2 सीटें दीं हैं।
ये एग्जिट पोल आप पार्टी के नाम
माईंड ब्रिंक (Mind Brink) के आंकड़े बताते हैं कि आप पार्टी चौथी पार सत्ता में आ सकती है और उसे 44 से 49 सीटें मिल सकती हैं। इसके बाद बीजेपी को 21 से 25 सीटें और कांग्रेस को 0 से 1 सीट मिलने का अनुमान है।
वीप्रेसाइड (WeePreside) ने भी बहुमत से आप पार्टी की जीतने की भविष्यवाणी की है, जिसमें उसे 46 से 52 सीटें मिल सकती हैं।बीजेपी और उसके सहयोगियों को 18 से 23 सीटें मिल सकती हैं और कांग्रेस को 0 से 1 सीट मिलने का अनुमान है।
एग्जिट पोल: कितने सही, कितने गलत?
दिल्ली चुनावों के पिछले एग्जिट पोल्स के आंकड़ों को देखा जाए तो उसके नतीज़े हर बार अलग-अलग रहे हैं, ख़ासतौर से साल 2013 में जब आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आकर सबको चौंका दिया।
वहीं 2015 और 2020 में आप के जीतने को लेकर एग्जिट पोल सही थे लेकिन उसे कितनी सीटें मिलेगी या जीत का क्या आंकड़ा रहेगा, इसमें पोल का अनुमान सही नहीं था। उदाहरण के तौर पर 2015 में हुए एग्जिट पोल्स ने आप पार्टी के लिए 45 सीटों का औसत अनुमान लगाया था, जबकि पार्टी को 67 सीटें मिलीं।
दिल्ली की सत्ता किसके हाथ आएगी या कौन देश की राजधानी में अपनी सरकार बनाता है, इसके लिए सबसे ज़बरदस्त मुकाबला आप और भाजपा के बीच ही देखने को मिल रहा है। वहीं कांग्रेस को लेकर कोई बहती हवा भी नहीं दिख रही, यह बात एग्जिट पोल भी कह रहे हैं। हालांकि, 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आने हैं और इससे सभी एग्जिट पोल के अनुमान को स्पष्टता मिल जायेगी कि उनकी भविष्यवाणी कितनी सही या गलत है।
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