खबर लहरिया Blog सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रिक बसों के साथ दिल्ली बना भारत का पहला व दुनिया का तीसरा शहर

सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रिक बसों के साथ दिल्ली बना भारत का पहला व दुनिया का तीसरा शहर

आज के समय में दिल्ली की सड़कों पर कुल 7,379 बसें चल रही हैं। वहीं इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 1,650 हो गई हैं।

दिल्ली सरकार आने वाले महीनों में और अधिक ई-बसें लेकर आएगी। आप पार्टी ने जानकारी दी कि वे आने वाले 2 सालों में दिल्ली की सभी 80% बसों का इलेक्ट्रिक बनाने का काम करेगी। ( फोटो: अरविन्द केजरीवाल X अकाउंट)

दिल्ली में 350 नई इलेक्ट्रिक बसें और जोड़ी गई हैं। कल बुधवार 14 फरवरी को दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और सीएम अरविंद केजरीवाल ने इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की। दिल्ली सरकार के अनुसार दिल्ली में 1650 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं। भारत में अब दिल्ली पहला शहर और साथ ही दुनिया में तीसरा शहर है जहां सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रिक बसें हैं। दिल्ली सरकार ने ये भी कहा कि ये बसें प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी।

जानकारी है कि दिल्ली सरकार आने वाले महीनों में और अधिक ई-बसें लेकर आएगी। आप पार्टी ने जानकारी दी कि वे आने वाले 2 सालों में दिल्ली की सभी 80% बसों का इलेक्ट्रिक बनाने का काम करेगी।

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि ये ई-बसें दिल्लीवासियों का सफर आसान करने में मदद करेगी।

सीएनजी बसों को इलेक्ट्रिक बसों में बदलने का काम

आप पार्टी के पेज ने X पर सीएम केजरीवाल का वीडियो साझा किया जिसमें कहा गया, “दिल्ली सबसे अधिक ई-बसों वाला देश का पहला शहर और विश्व स्तर पर तीसरा ऐसा शहर बन गया है। ये बसें प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद करेंगी। पहले दिल्ली की सड़कों पर ब्लू लाइन बसें डीजल/पेट्रोल से चलती थीं। फिर दिल्ली में सीएनजी बसें लाई गईं और अब इलेक्ट्रिक बसें लाई जा रही हैं। हमारा प्रयास सीएनजी बसों को इलेक्ट्रिक बसों से बदलने का है।”

बता दें कि ये ई-बसें FAME-II योजना के तहत प्रदान की गईं, जिनमें से 900 बसों का खर्चा भारत सरकार द्वारा किया गया है।

द क्विंट की रिपोर्ट के अनुसार, अभी के समय में दिल्ली की सड़कों पर कुल 7,379 बसें चल रही हैं। वहीं इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 1,650 हो गई है।

FAME-II के बारे में जाने

FAME II ( (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) एक “फंड और अवधि-सीमित योजना” है। इस योजना के तहत दो पहिया, तीन पहिया, इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कार तथा इलेक्ट्रिक बस जैसे वाहनों की ख़रीद पर सब्सिडी का प्रावधान है। सब्सिडी योजना मार्च 2024 में खत्म हो रही है। हाल ही में पेश किए गए अंतरिम बजट में सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए FAME योजना के लिए 2,671 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था।

इलेक्ट्रिक बसों में क्या है खास?

– इन बसों में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) है। जीपीएस एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचने में हमारी मदद करता है।
– डिस्क ब्रेक (तेज चल रहे वाहन को रोकने की क्षमता) है।
– फायर डिटेक्टर और अलार्म सिस्टम की भी सुविधा है जो आग लगने पर बता देगी।
– एक बार फुल चार्ज होने पर 225 किमी तक की यात्रा कर सकती है।
– सीसीटीवी (कैमरे), व्हील चेयर की सुविधा है।
– महिलाओं के लिए पिंक सीट, वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगो के लिए सीट उपलब्ध है।

बसों के रूट और स्थान

– बसें सुखदेव विहार, रोहिणी सेक्टर-37 डिपो-2 और बुराड़ी डिपो-1 जैसे 3 प्रमुख डिपो से चलेगी।
– इन डिपो से रवाना होने वाली ये ई-बसें कुल 35 रूट पर चलेंगी।
– बदरपुर बॉर्डर से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन व धौला कुआं,सुल्तानपुरी टर्मिनल से सफदरजंग टर्मिनल, मंगोलपुरी क्यू ब्लॉक से आनंद विहार आईएसबीटी, कंझावला गांव से केंद्रीय टर्मिनल, आजादपुर टर्मिनल से कंझावला गांव, आईएसबीटी कश्मीरी गेट (सिटी टर्मिनल) से बदरपुर बॉर्डर व महरौली, आजादपुर टर्मिनल से टिकरी बॉर्डर तक जैसे अहम रूट शामिल हैं।

 

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