सोमवार को दिल्ली के राज्य संचालित आश्रम से आठ महिलाओं और एक लड़की की गायब होने की खबर सामने आई है। 1 दिसंबर और 2 दिसंबर की मध्यरात्रि को दिलशाद गार्डन के संस्कार आश्रम से ये महिलाएं गायब हो गई हैं।
आश्रम अधिकारियों ने बहाना बनाते हुए कहा कि उन्हें मामले में गुमशुदा हुई महिलाओं की कोई जानकारी नहीं है। दिल्ली पुलिस ने जीटीबी एनक्लेव पुलिस थाने में इसकी एफआइआर दर्ज कर ली है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने महिला एवं बाल विकास विभाग के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। दिल्ली महिला आयोग स्वाती मालिवाल ने इस मामले के चलते पुलिस आयुक्त को क्राइम ब्रांच द्वारा तहकीकात के विषय में लिखा है।
महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) द्वारा आदेश के बाद इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीसीडब्ल्यू की ये भी मांग है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच सुनिश्चित करने के लिए इसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दिया जाना चाहिए।
सिसोदिया का कहना है कि महिला और बाल विकास विभाग राज्य में एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के अपने कर्तव्य में “असफल” पाया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि मामला “बेहद गंभीर” है और इसने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के इरादों पर भी “गंभीर संदेह” जताया है।