जिला वाराणसी राजघाट आदमपुर थाना क्षेत्र निवासी महिलाओं का आरोप है कि स्वयं सहायता समूह के नाम पर एक दीप नाम की कंपनी ने डेढ़ सौ महिलाओं को जोड़कर लगभग ₹80 लाख लेकर फरार है और मोबाइल फोन भी अपना बंद कर रखी है| जिससे गुस्साई महिलाओं के हंगामा करने पर आदमपुर चौकी पुलिस ने 3 लोगों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया है| उक्त कंपनी मुख्य शाखा नदेसर में जबकि क्षेत्रीय शाखा कजाकपुर में लोगों ने बताया कि नया महादेव मोहल्ला की मीनू सिंह ने डेढ़ सौ महिलाओं को जोड़ा था उसने रुपए जमा कराऐ थे और इसमें उसका पति मनीष सिंह भी शामिल था|
महिलाओं का कहना है की ये एक गरीबो का मीटिंग चलता था उसी में पैसा लेकर भाग गई है| मीनू नाम की महिला है जो पैसा लेकर फर्जी साईंन करती थी और पैसा उठाती थी|
इस बीच जब लोगों को पता चला कि रुपए मीनू अपने पास रख लेती है, तो महिलाओं ने मांगना शुरु किया पर वह महिला दो-चार दिन में देने की बात कह कर टाल देती थी| अब 1 सप्ताह से
महिला समूह की एजेंट अपने पति और बच्चों सहित लापता है इसकी सूचना जब महिलाओं को मिली तो लगभग 50 से 60 महिलाएं अपनी गुहार लेकर आदमपुर थाने और एसएसपी कार्यालय पहुंची जिसमें वहाँ पर आश्वासन दिया गया और कहा गया कि पकड़े जाने पर उस महिला के खिलाफ लोगों के गुमराह करने की कार्रवाई की जाएगी| हैरान करने वाली बात यह है कि महिलाएं बच्चों की परवरिश करने के लिए बर्तन धोने का काम करती थी उसी से अपना जीवन यापन कर रही थी|
कुछ महिलाएं तो दूसरों के घर मैं जाकर खाना भी बनाती थी उसी से अपने परिवार का किसी तरह से पेट पालन कर लेती थी| लेकिन इतना बड़ा धोखा उनसे हजम नहीं हुआ और वह बात कहते कहते रोने भी लगी दीपा, किरण, सीमा, रेखा, ज्योति, गुंजा माया देवी, कमला और सुनीता सहिता लगभग और भी कई महिलाएं इसमें जुड़ी थी| इन लोगों का कहना है कि हमारे घर पर बैंक वाला आ कर अपना पैसा वापस लेने की बात कह कर डरा धमका रहा था| महिलाओं ने कहा कि हमें पैसा मिला ही नहीं है, तो हम वापस कैसे करे कहां से करें तब इन महिलाओं को इस बात कि जानकारी हुई महिलाओ ने कहा कि संस्था मीनू सिंह चलाती थी जो कि सारे पैसे लेकर फरार हो गई है हमें उसमें से एक भी पैसा नही मिला है| इस लिए वह परेशान हैं और चाहती हैं की उनके साथ धोखा करने वाली उस महिला और कंपनी पर कारवाई हो और उन्हें न्याय मिले|
-रजनी