खबर लहरिया क्राइम मंदिर गई लड़की की तालाब में मिली लाश, पुलिस ने क्यों साधी है चुप्पी? | जासूस या जर्नलिस्ट

मंदिर गई लड़की की तालाब में मिली लाश, पुलिस ने क्यों साधी है चुप्पी? | जासूस या जर्नलिस्ट

महोबा जिले के कबरई थाना अंतर्गत आने वाले एक मोहल्ले से 19 सितंबर को घर से मंदिर पूजा करने गई लापता लड़की का शव 20 सितंबर को तालाब में मिलने से कस्बे में दहशत फैल गई। इतना ही नहीं मृतिका के गले पर गहरे घाव के निशान होने की वजह से परिजनों ने रेप के बाद हत्या कर शव को तालाब में फेंके जाने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही करने की मांग की है। घटना के लगभग बीस दिन होने के बावजूद भी पुलिस द्वारा किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं कि गई। उल्टा लड़की द्वारा पानी में डूबकर खुदखुशी करने की बात कह कर परिजनों को गुमराह किया जा रहा है।

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मेरी जासूसी कहती है कि सीसीटीवी कैमरे में लड़की मंदिर जाते तो दिखाई दे रही है पर वापस निकलते नहीं दिखी। अगर लड़की तालाब गई थी तो मंदिर से निकलते हुए भी सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देना चाहिए था। फिर उसके बीच की फुटेज कहां गायब है। मेरी जासूसी में मंदिर में हुई इस घटना के बाद से एक के बाद एक परत सामने आ रहे हैं। पता चला कि मंदिर की महिला पुजारी लोगों से साथ साठ-गांठ करके पैसों कि लालच में इस तरह के घिनौने कार्य करती है। हो सकता है उस लड़की ने पुजारी के मन से काम ना किया हो इसलिए उसको मंदिर में बने कमरों के अंदर बंद करके उसका रेप किया गया हो और इसके बाद मार के रात में तालाब में फेंका गया हो ताकि सबूत मिट जाए। डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम तो कराया गया है। उस रिपोर्ट में भी पानी में डूबकर मरने की बात कही गई है।

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मेरी जासूसी कहती है कि डॉक्टर और पुलिस सब बिके हुए हैं। गरीबों की कहीं सुनवाई नहीं है। इस मामले में बहुत राजनीति हो रही है। कार्यवाही में मंदिर को ना दर्शाने के लिए पीड़ित परिवार के ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। मेरी जासूसी कहती है कि जिस परिवार की लड़की खत्म हुई है वह परिवार सदमे में बेहाल है। कार्यवाही के लिए परेशान है। राजनीतिक दलो द्वारा पीड़ित परिवार को गुमराह कर अपनी रोटियां सेंकने का काम किया जा रहा हैं। इसलिए पुलिस भी उनकी किसी भी तरह की कोई मदद नहीं कर रही है।

 

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