बुंदेलखंड बाँदा जिला ब्लॉक नरैनी पलायन कर आये मजदूरों के क्वारनटीन सेंटर में नहीं कट रहे दिन और रात| सरकार ने कोरोना वायरस जैसी महामारी को बढ़ता देख अचानक से 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया| जिससे पलायन कर बाहर काम कर रहे मजदूर तेजी से अपने गांव वापस आ गए| लेकिन बहुत से मजदूरो को उनके घर नहीं जाने दिया गय ऐसे ही नरैनी तहसील में बहुत सारे मजदूर वापस आए हैं| जिनमें से 69 लोगों कस्तूरबा गांधी और 73 लोगों को राजकुमार इंटर कॉलेज में 14 दिनो के लिए रखा गया है और प्रसाशन की तरफ से उनके खाने पीने कि व्यवस्था की जा रही है|
आज जब मैं राजकुमार इंटर कालेज में बंद मजदूरों से मिली और बात की तो बहुत ही उदास नजर आए|
हडहा गांव के मजदूर बच्चा यादव का कहना है की वह 17 लोग एक साथ रायपुर में एक लोहा फैक्ट्री पर काम करते थे अचनक लॉक डाउन होने के कारण वह परेशान हो गये और वहाँ से कई तरह की मुसिबतों को पार करते हुए पैदल चले कुछ दुर ट्रकों में लद कर आये| इस तरह से 5 दिन में यहाँ पहुंचे हैं और उनको सारी सुविधा यहाँ अच्छी मिल रही है पर उनको लगता है कि कब वह अपने घर पहुंचे वह 4 अप्रैल से यहाँ हैं उनको 14 दिन के लिए रखा गया है और पुलिस उनकी देख रेख पर है किसी भी चीज की कमी नहीं लग रही| इसके बावजूद उनका दिन कटता है तो रात नहीं कटती .
-गीता देवी