इस गांव बालो का कहना है की आज से आठ साल पहले स्कूल बना था पर तभी से ऐसा ही पडा है और इसकी छत टूट रही है तो हम लोगों आपने बच्चों को भेजेगे तो अगर बारिश मे टूट जायेगी तो हम लोगों के बच्चों दवकर मार जायेगे तो इसके जिम्मेदार कोन होगा तो इस बजय से हम लोगों आपने बच्चों को पढाने के लिये नहीं भेजते है और हम लोगों ने कही बार मांग भी कर ली है और कोई सुनवहीँ नही हो रही है और जो टीचर आते है और यहा जंगली ऐरिया है तो ना तो या पर कोई अधिकारी आते है तो हम लोग कहा जाये और किस से कहे हम लोगों बहुत मजबूर है हमारे यहा से आठ किलोमीटर से तो कुछ साधन नहीं चलता है तो हमारे गांव के बच्चों आनपढ है और यहा पर जो शादी विवाह होते है तो वह भी नहीं हो रहे है क्योंकि यही बोलते है की तुम्हारे यहा कुछ सुवधाये नही है