चित्रकूट ज़िले के मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है टिकरिया गाँव। यह गाँव सालो से पानी की किल्लत से जूझ रहा है। गाँव में सबसे ज़्यादा आबादी दलित समुदाय के लोगों की है, और ये दलित परिवार बताते हैं कि पानी की समस्या दूर करने के लिए इस गाँव कोई नहीं आता। गाँव में एक दो हैंडपंप ही मौजूद हैं, जिनमें पानी अब ख़तम होने की कगार पर पहुँच चुका है।
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लोगों को पानी लाने के लिए मीलों की दूरी पैदल चलकर तय करनी पड़ती है। उसके बाद भी जिस कुँए से ये लोग पानी लाते हैं, उसमें न जाने कितने कीड़े-मकौड़े मौजूद हैं जिससे इन लोगों के स्वास्थ्य पर भी भारी असर पड़ रहा है। खेतों में फसलें भी सिंचाई न होने के कारण खराब हो जाती हैं, और हज़ारों की फसलें किसानों को नष्ट करनी पड़ती हैं।
जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, चित्रकूट में बड़े-बड़े नेताओं का आवागमन लगा हुआ है, लेकिन कोई भी नेता मानिकपुर में पानी की समस्या को संबोधित नहीं कर रहा है। फिलहाल ग्रामीणों ने ठान लिया है कि वो उसी नेता को वोट देंगे जो उनके गाँव में पानी की व्यवस्था का समाधान निकालेगा।
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