भारतीय संविधान एक नियमों से भरी किताब है। ये नियम सरकार के मुख्य अंग – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की बनावट और कार्यप्रणाली को निर्धारित करते हैं।
भारतीय संविधान प्रशासनिक प्रावधानों का एक दस्तावेज़ है। इस दस्तावेज़ में लिखा हर एक शब्द सरकार की मूल संरचना को निर्धारित करता है। हर सरकार संविधान के अनुसार काम करती है। सरकार के अधिकार, उसकी गतिविधि, कार्यशैली, बनावट, उसे क्या करना है, क्या नहीं करना, यह सब कुछ संविधान में परिभाषित किया गया है।
संक्षेप में कहा जाए तो भारतीय संविधान एक नियमों से भरी किताब है। ये नियम सरकार के मुख्य अंग – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की बनावट और कार्यप्रणाली को निर्धारित करते हैं।
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इन देशों से लिया गया है भारत का संविधान
भारत का संविधान बनाने के लिए कई देशों के संविधान से प्रेरणा ली गई है। जैसे:-
▪️अमेरिका का संविधान : संघात्मक शासन प्रणाली, मौलिक अधिकारों की सूची, न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति, न्यायपालिका की स्वतंत्रता और उपराष्ट्रपति का पद।
▪️आयरलैंड का संविधान: राज्य के नीति निर्देशक तत्व, राष्ट्रपति निर्वाचन की पद्धति और राज्य सभा में कुछ सदस्यों का चयन।
▪️ऑस्ट्रेलिया का संविधान: समवर्ती सूची तथा व्यापार, वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता।
▪️कनाडा का संविधान : एक अर्ध–संघात्मक सरकार का स्वरूप, अवशिष्ट शक्तियों का सिद्धांत।
▪️जर्मनी का संविधान : आपातकाल की अवधारणा और मूल अधिकारों का निलम्बन
▪️जापान का संविधान : क़ानून द्वारा स्थापित शब्दावली
▪️दक्षिण अफ्रीका का संविधान: संविधान संशोधन की प्रक्रिया।
▪️फ्रांस का संविधान: स्वतंत्रता, समानता तथा बंधुत्व का सिद्धांत और गणतंत्रात्मक शासन व्यवस्था।
▪️ब्रिटिश संविधान: सर्वाधिक मत के आधार पर चुनाव में जीत का फैसला, सरकार का संसदीय स्वरूप, क़ानून निर्माण की विधि, संसद की प्रक्रिया, विधायिका में अध्यक्ष का पद और उसकी भूमिका।
▪️सोवियत संघ का संविधान :मूल कर्तव्य, पंचवर्षीय योजनाओं की अवधारणा।
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