जैसे-जैसे त्यौहार नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे सब्जियों के दाम आसमान को छू रहे हैं, जो सब्जी दस से बीस रुपये किलो मिलती थी। वह सब्जी आज साठ से अस्सी रुपये किलो मिल रही है। ऐसे में लोगों के जीभ का स्वाद गायब होता नजर आ रहा है, तो आइए हम जानते हैं लोगों से। आशा ने बताया कि सब्जी बहुत महंगी है, हम लोगो के घर मे हफ़्तों सब्जी नही आती।
कभी नामक रोटी खा लिया कभी दाल बना ली तो कभी बेसन की सब्जी बना ली। ऐसे पेट पाल रहे है। आलू 50 रुपये किलो मिल रहे है। टमाटर साठ रुपये किलो है। प्याज अस्सी रुपये किलो, आप बताइए कैसे खरीद सकते है। एक लोग कमाने वाले 8 लोग खाने वाले। सब कुछ बाजार से खरीदना पड़ता है। क्या क्या ख़रीदे। सोमवती ने कहा कि पहले कभी इतनी महंगी सब्जी नही हुई है।
पहले सौ रुपये में सब्जी एक हफ्ते चलती थी। अब तो पांच सौ रुपये की भी सब्जी नही आती। बाजार जाओ तो दाम सुनकर ही होश उड़ जाते है। राधा ने कहा कि जब से ये कोरोना फैला तब से जीभ का स्वाद गायब हो गया है। इतनी महंगी सब्जी हो गयी है कि सब्जी का नाम लेने से डर लगता है। स्वस्थ पर चाहे जो असर हो, जब रुपये नही है तो क्या ख़रीदे। इसलिए नमक रोटी खाकर पेट पाल रहे है।