कोरोना का दौर लोगों के लिए किसी भयावह या काले समय से कम नहीं है। भारत सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ो के अनुसार 473,719 लोग अभी तक कोरोंना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं जिसमें से 271,723 लोग ठीक हो चुके हैं तथा 14,907 लोगों की अभी तक मृत्यु हो चुकी है।
✅India's #COVID19 recovery rate crosses 63% and improves to 63.33% as on July 17, 2020
📍Steady improvement in India's COVID-19 recovery rate since #lockdown initiation on March 25, 2020#IndiaFightsCorona@ICMRDELHI
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— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) July 17, 2020
महामारी के इस काल के दौरान लोगो ने बेरोज़गारी से लेकर जीवनयापन किस प्रकार किया जाए जैसी समस्याओं का सामना किया और ये मुश्किलें अभी-अभी खत्म नहीं हुई हैं। परिवार की रोज़मर्रा की चीज़ों की पूर्ति करना अभी-2 भी हर एक व्यक्ति के लिए पूरी कर पाना आसान नहीं था। अधिकांश लोगों से उनकी नौकरियां छिन चुकी थीं, लोग छोटे- मोटे कार्य करने के लिए मज़बूर थे लेकिन फिर भी दैनिक चीज़ों की पूर्ति नहीं हो पा रही थी। घर से बाहर निकलकर आय अर्जित करने का मतलब था मृत्यु से बार-२ लड़कर घर की ओर आना।
समस्याओं के इस काले दौर व लोगों के सवास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कई ज़रूरी कदम उठाएं। कोरोनावायरस से लोगो को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने राज्य में हॉट-स्पॉट ज़ोन अंकित किए जहां कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या अधिक थी। इस मॉडल को अन्य राज्यों द्वारा भी अपनाया गया।
सरकार की रणनीति उन हॉटस्पॉट्स में कड़ी कार्रवाई करने की थी जो कोरोनोवायरस का प्रजनन स्थल बन गए थे। जिला प्रशासन के अधिकारियों को आदेशों को सख्ती से लागू करने के लिए निर्देशित किया गया। घर-घर सर्वेक्षण करने के साथ, लोगों और वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया।नए नियमों के तहत, आपातकालीन सेवाओं को अब निजी सहित अस्पतालों में खोला जाएगा, लेकिन कोविड -19 प्रोटोकॉल में डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षित किए जाने के बाद ही।
ई-लर्निंग मॉड्यूल छात्रों के लिए तैयार किया गया और एक ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली भी तैयार की गयी। उद्योगपतियो को सीमित क्षेत्र के भीतर काम करने की अनुमति दी गयी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमबीबीएस और नर्सिंग पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के छात्रों को स्वास्थ्य सम्बन्धित प्रशिक्षण करने हेतु ज़ोर दिया ताकि महामारी के इस काल के दौरान डॉक्टर्स की कमी न हो। दूसरे राज्यों से लौट रहे श्रमिकों के लिए उचित स्वास्थ्य उपकरणों व उचित क्वारंटाइन स्थानों का प्रबंध किया। हॉस्पिटल्स में पी.पी.इ किट व वेंटिल्टर्स हो, इस बात को सुनिश्ति किया गया।
क्षेत्रफल व संख्या की दृष्टि से देखा जाए तो उत्तरप्रदेश भारत के अन्य राज्यों से काफ़ी बड़ा है और कोरोनावायरस से संक्रमित राज्यों में इसका छठा स्थान है। लेकिन फिर भी अन्य राज्यों से यह राज्य महामारी से बेहतर तरह से लड़ रहा है।
#CoronaVirusUpdates: #COVID19 India Tracker
(As on 17 July, 2020, 08:00 AM)▶️ Confirmed cases: 1,003,832
▶️ Active cases: 342,473
▶️ Cured/Discharged/Migrated: 635,757
▶️ Deaths: 25,062#IndiaFightsCorona#StayHome #StaySafe @ICMRDELHIVia @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/0CK15EVBu0
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